जयपुर-आज प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में कार्यरत सभी लैब टेक्नीशियनों ने सरकार की ओर से उनकी जायज मांगों ग्रेड पे 4200, भत्ते, पदनाम, परिवर्तन, समय पर पदोन्नति, नई भर्ती आदि को निरंतर अनदेखा करने से क्षुब्ध हो कर काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया।
लैब टेक्नीशियन संघ के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि लैब टेक्नीशियन चिकित्सा विभाग की रीड की हड्डी है। मरीजों की बीमारी का पता लगाने में उनकी अहम भूमिका रहती है। उसी के आधार पर मरीज के इलाज को सही दिशा मिलती है।
प्रदेश में सरकार की ओर से मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना प्रारंभ की गई है। जिसके अंतर्गत मरीजों की जांच हेतु अत्याधुनिक मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। लेकिन इस योजना के अहम किरदार लैब टेक्नीशियन की ओर ध्यान नहीं दिया गया।
मीडिया प्रभारी संतोष शर्मा ने बताया कि लैब टेक्नीशियन ने सदैव अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मरीज के भले में सकारात्मक तरीके से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखा है। और उसी कड़ी में फिर एक बार आज प्रदेश के सभी लैब टेक्नीशियन काली पट्टी बांधकर सरकार के समक्ष अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।
जिला अध्यक्ष सज्जन सोनी ने कहा कि सरकार के रवैये से लैब टेक्नीशियन त्रस्त है। इसलिए उनकी ओर से विरोध की शुरुआत हो चुकी है। लैब टेक्नीशियन को उनका हक और सम्मान दिला कर ही दम लेंगे। अंत में सभी ने प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष सज्जन सोनी, अतिरिक्त महामंत्री तरुण सैनी, कोषाध्यक्ष मोहन सिंह राजावत, उपाध्यक्ष हरफुल चेजारा, विजय सिंह एवं संध के अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।