जयपुर-मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर हाथोज धाम में बालाजी महाराज की पतंगों से भव्य झांकी सजाई गई एवं गुड तिल के लड्डू एवं फीनी का भोग लगाया गया। इस अवसर पर हाथोज धाम के स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज ने बताया कि आज 14 जनवरी को मकर सक्रांति और कुंभ का प्रथम स्थान है। सनातन धर्म में इसका विशेष महत्व होता है।
पूरे भारतवर्ष में इस दिन जप, तप, दान और स्नान का विशेष महत्व होता है। स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज ने बताया कि सूर्य देव अपना राशि परिवर्तन करते हुए धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे मकर सक्रांति के नाम से जाना जाता है। वैदिक शास्त्रों के अनुसार मकर राशि शनि देव के स्वामित्व वाली राशि है। इस दिन पिता सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर में प्रवेश करते है। जहां पिता पुत्र का मिलन होता है।