जयपुर-वैष्णव (च.स.) विकास समिति जयपुर जिला का नववर्ष मिलन समारोह, कैलेंडर विमोचन एवं पौष बड़ा कार्यक्रम आज रविवार को जोधपुर मैरिज गार्डन सोडाला में हाथोज धाम के स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ।
हाथोज धाम के स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज ने भगवान विष्णु की पूजा आरती कर कैलेंडर का विमोचन किया इस अवसर पर राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य अतिथि जयपुर हेरीटेज नगर निगम के महापौर मुनेश गुर्जर सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
वैष्णव च.स. विकास समिति के जिलाध्यक्ष राजेंद्र वैष्णव ने बताया कि हर वर्ष कैलेंडर विमोचन एवं पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहते हैं।
इस अवसर पर हाथोज धाम के स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज ने कहा कि वैष्णव समाज की उत्पत्ति भगवान विष्णु के द्वारा हुई है। और भगवान विष्णु का विशेष आशीर्वाद इस समाज पर है। समाज के लोगों को भगवान नरसिंह एवं भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए। जो भी वैष्णव भगवान नरसिंह भगवान, विष्णु की आराधना पूजा-अर्चना करेगा उसके जीवन में कभी भी कोई दुख तकलीफ नहीं आएगी। इसी के साथ उन्होंने समाज के गणमान्य लोगों से कहा कि समाज की नई पीढ़ी को जनेऊ धारण करवाना एवं पूजा कर्म से जोड़ने के लिए एक अभियान चलाना चाहिए
जिससे कि नई पीढ़ी को भगवान के प्रति आस्था पैदा हो। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र वैष्णव ने महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री बालमुकुंद आचार्य जी महाराज को माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर यातायात मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि वह वैष्णव समाज के लिए हमेशा तत्पर खड़े हैं। समाज को अगर कोई भी तकलीफ हो और समाज का कोई भी कार्य हो उसके लिए वह आधी रात को भी तैयार खड़े है।उन्होंने कहा कि मेरा वैष्णव समाज से विशेष लगाव है।
इस अवसर पर समाज के रामकिशन शर्मा, अशोक स्वामी, रुडमल स्वामी, रमेश चंद्र वैष्णव खानियां, कृष्ण मुरारी वैष्णव, गौरी शंकर वैष्णव, अर्जुन वैष्णव, नरेंद्र वैष्णव, भगवान दास वैष्णव, भीम चंद्र वैष्णव, पप्पू लाल वैष्णव, बनवारी लाल शर्मा, राजेश शर्मा, बकट॑ लाल वैष्णव, गजानंद वैष्णव, रवि वैष्णव, सहित संस्था के अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात पौषबड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सभी समाज बंधुओं ने गाजर के हलवा एवं दाल के पकोड़े, एवं पूड़ी सब्जी का आनंद लिया
आर. के. वैष्णव ने आए हुए सभी मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।