जयपुर:- जयपुर देहात डाकधर कर्मचारियों ने अधीक्षक मनोहर लाल पीपलीवाल द्वारा डाक कर्मचारियों के विरुद्ध कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं प्रवृत्तियों की ओर मंडल के सभी यूनियनों द्वारा सामूहिक रूप से ध्यान आकर्षित करने के लिए नोटिस जारी किया।
यूनियन द्वारा बताया गया कि जयपुर देहात मंडल के डाकघरों में लंबित पड़े बाउचरों को वर्तमान डाकपालो से वसूली कर निपटाने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें अधिकांश लंबित बाउचरों को वर्तमान डाकपालो से वसूली कर निपटाने को प्राथमिकता दी जा रही है। जिन डाकपालो द्वारा अपने आप को निर्दोष बता कर वसूली करने से इनकार किया जा रहा है। उनको आरोप पत्र एवं अन्य किसी दंड के रूप में प्रताड़ित कर प्रशासनिक अधिकारों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
अधीक्षक डाकघर जयपुर देहात मंडल द्वारा लक्ष्य प्राप्ति की विफलता के नाम पर सभी डाकपाल/ उप डाकपाल को व्यक्तिगत नाम से अत्यंत कड़े शब्दों में बार-बार चेतावनी जारी की जा रही है एवं निर्दोष कर्मचारियों के गोपनीय प्रतिवेदन को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
यदि किसी डाकघर में तकनीकी/ गैर तकनीकी कारण से विभागीय कार्य प्रभावित होता है तो समय पर ही सूचित करने के उपरांत भी अधीक्षक डाकघर जयपुर देहात मंडल द्वारा समस्या समाधान के स्थान पर कर्मचारियों की लापरवाही करने का दोष मढ़कर प्रशासनिक कार्रवाई दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।जिन डाकघरों में सरकारी आवास स्थित है स्थाई कर्मचारी नियुक्त होने पर भी स्थाई/ कार्यवाहक कर्मचारी से एचआरए बिजली बिल अन्य खर्चों की वसूली की जा रही है। कर्मचारी द्वारा अपना पक्ष रखने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की धमकी दी जाती है।
अधीक्षक डाकघर जयपुर देहात मंडल द्वारा सरकारी आदेशों को धता बताकर कोरोना काल में कर्मचारियों एवं समस्त ग्राहकों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
जिन डाकघर में कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आते हैं उन कार्यालयों को सैनिटाइजर नहीं कराया गया ना ही कार्यालय को बंद कर कोरोना के दुष्प्रभाव को रोकने की कोई कार्रवाई नहीं की गई। सहायक अधीक्षक सतनाम सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी कोरोना से बचने का कोई उपाय नहीं किया गया। प्रधान डाकघर दौसा, बांदीकुई, एलएसजी, महुआ रोड, बस्सी आदि कर्मचारी पॉजिटिव होने के बाद भी अधीक्षक डाकघर द्वारा जबरन डाकघरों को खुलवा कर कर्मचारियों और आम जनता की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
कर्मचारी यूनियन का कहना है कि जयपुर देहात मंडल अधीक्षक द्वारा कर्मचारियों से अप्रशासनिक भाषा लहजे में बात की जाती है।
कर्मचारी यूनियन का कहना है कि अधीक्षक डाकघर जयपुर देहात मंडल द्वारा अपने कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से ही कर्मचारी विरोधी नीतियों को लागू करना कर्मचारियों का सर्वांगीण शोषण किया जा रहा है। इस वजह से सभी डाक कर्मचारी, जीडीएस कर्मचारी जयपुर देहात अधीक्षक मनोहर लाल पीपलीवाल की ट्रांसफर की मांग को लेकर सामूहिक रूप से 9 नवंबर से 13 नवंबर तक काली पट्टी बांधकर कार्य करते हुए विरोध व्यक्त करेंगे एवं 16 नवंबर 2020 को एक दिवसीय हड़ताल कर कार्यालय का बहिष्कार किया जाएगा।
तहलका डॉट न्यूज़