जयपुर-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाथरस मे हुई घटना को लेकर ट्वीट किया कि हाथरस में रात को 2 बजे बच्ची का अंतिम संस्कार करना भारतीय संस्कृति के खिलाफ है।यह घटना हृदय विदारक है और पूरे देश की स्मृति पर हमेशा छाई रहेगी। गहलोत ने कहा कि पुलिस के देखरेख में आप दाह संस्कार तो कर सकते हैं। परंतु मां को अंतिम दर्शन के लिए नहीं रोक सकते। मां तड़पती रही अपनी बच्ची के अंतिम दर्शनों के लिए। कोरोना काल में भी दाह संस्कार के लिए परिवार के 20 लोगों को छूट दी गई है। बिना कोरोना के अंतिम संस्कार के लिए बॉडी परिजनों को सौंपी जाती है। हमारे बॉर्डर पर शहीद होते हैं उनका पार्थिव देह गांव तक लाया जाता है। उनके परिवार को सौंपा जाता है। यह सम्मान देने की हमारे देशवासियों की संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर हमेशा रही है। यह सब भाजपा के शासन में हुआ भाजपा किस हिंदू संस्कृति की बात करती है।