प्रथम पुण्यतिथि पर पिता राजेश ने बेसहारा जानवर को रोटी और फल खिलाया
मां की ममता के आंचल में बच्चे अपनी सारी मुश्किलें भूल जाते है लेकिन 1 साल पहले आज ही के दिन जयपुर के भांकरोटा में एक मां नविता मीणा ने अपनी ही ममता का गला घोट कर अपने 3 साल के बेटे दिव्यांश की हत्या कर दी थी.
गौरतलब है कि रॉयल ग्रीन वेली में आठवें मंजिल पर रहने वाली नविता ने तकिये से मुंह दबाकर अपने बच्चे दिव्यांश की हत्या कर दी थी. नविता ने हत्या के कुछ देर बाद बेटे के बेहोश होने की कहानी रचकर रिश्तेदारों को घर बुला लिया. वे बच्चे को लेकर नजदीक के हॉस्पिटल गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
दिव्यांश की प्रथम पुण्यतिथि पर पिता राजेश ने अनाथ बच्चों की मदद का संकल्प लिया और रोड पर टहल रहे बेसहारा जानवरों को फल और रोटी अपने हाथों से खिलाया और दिव्यांश की आत्मा की शांति के लिए प्राथना की. पिता राजेश ने कहा की समाज व राष्ट्र का विकास शिक्षा से ही होकर गुजरता है. कोई भी बच्चा इससे वंचित न रह जाए, ईमानदारी से यह कोशिश होनी चाहिए. अनाथ बच्चों में छिपी प्रतिभा को मौका मिले, इसे लेकर हर किसी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी और इसी को देखते हुए अनाथ आश्रम में बच्चो को भोजन कराने का फैसला लिया और अनाथ आश्रम के बच्चों में कापी-किताब के वितरण का संकल्प लिया.
इस कार्येक्रम में दिव्यांश के पिता राजेश मीणा के साथ उनके सहयोगी सुरज्ञान मीणा,राम जी मीणा,रामफूल मीणा,मेघराज मीणा, नवरतन मीणा,आशीष गौड़,गोपाल मीणा,योगेश,तरुण चौधरी,रंजीत,सुनील मीणा,रामपाल मीणा सहित आदि कार्येकर्ता मौजूद रहे.
तहलका.न्यूज़