September 20, 2024
  • 15 मिनट की होगी सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया
  • 1:30 से 2:30 बजे के बीच होगी साफ्ट लैंडिंग
  • 3:55 लैंडर से रोवर बाहर निकलेगा
  • चंद्रयान-2 का विक्रम देर रात 01.30 से लैंड करना शुरू करेगा, ये प्रक्रिया सात सितंबर सुबह 5 बजे तक जारी रहेगी.

पिछले 47 दिन से हो रहे इंतजार की घड़ियां खत्म होने को हैं. सफलतापूर्वक कई मंजिलें तय करता हुआ चंद्रयान 2 इतिहास बनाने की ओर आगे बढ़ रहा है.आज रात हिन्दुस्तान के लिए अंतरिक्ष में इतिहास रचने की रात है. आज देश के वैज्ञानिक वो कर दिखाएंगे, जो कोई देश नहीं कर सका. बस कुछ ही घंटों में हिन्दुस्तान नया इतिहास रचने वाला है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने इस मिशन को सफल बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की है और ऐसे में अंतिम समय में हर कोई इसके सफल होने की कामना कर रहा है.18 सितंबर, 2008 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चंद्रयान-2 मिशन को मंजूरी दी थी. अब आज 11 साल बाद ये मिशन पूरा होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज रात बेंगलुरु में इसरो सेंटर में मौजूद रहेंगे और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे.

अनगिनत सपनों के साथ चंद्रयान का लैंडर विक्रम पृथ्वी के उपग्रह चंद्रमा की सतह पर शुक्रवार आधी रात के बाद चांद की जमीं पर उतरेगा. इसरो ने कहा, ऑर्बिटर और लैंडर दोनों पूरी तरह ठीक हैं। लैंडर विक्रम को कक्षा से निकालने का कार्य शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात एक से दो बजे के बीच किया जाएगा. लैंडर विक्रम रात एक बजकर 30 मिनट से दो बजकर 30 मिनट के बीच चंद्रमा की सतह पर उतारा जाएगा.

चंद्रमा की सतह पर उतरने के बाद विक्रम के भीतर से रोवर प्रज्ञान सात सितंबर की सुबह साढ़े पांच बजे से साढ़े छह के बीच चांद पर चहलकदमी शुरू करेगा. रोवर एक चंद्र दिवस की अवधि (धरती के 14 दिन के बराबर) तक चंद्रमा की सतह पर रहकर वैज्ञानिक प्रयोग करेगा.

तहलका.न्यूज़