आपको बता दें, कि सावन के आते ही पर्व और त्योहार शुरु हो जाते हैं वही इस बार 17 जुलाई से सावन माह की शुरुवात हो गई थी. वही पंचांग की गणना के मुताबिक अगस्त महीने की शुरुआत बहुत ही शुभ तिथि और शुभ संयोग से होने जा रही हैं एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का शुभ योग बना है.
यह पंच महायोग लगभग 125 साल बाद बन रहा है. इन पंच महायोग में पहला हरियाली अमावस्या का शुभ योग, दूसरा सर्वार्थ सिद्धि योग, तीसरा सिद्धि योग, चौथा अमृत सिद्धि योग, पांचवा गुरु पुष्यामृत योग रहेगा. पंडितो के अनुसार पंच महायोग बनने से इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती सहित अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने हर तरह की मनोकामना का पूर्ति होती है. 1 अगस्त को गुरु पुष्यामृत शुभ योग करीब 6 घंटे का तक रहेगा. इस योग को बहुत कल्याणकारी और शुभफलदायी माना जाता है.
हरियाली अमावस्या पर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से माता की कृपा बनी रहती है और वह अपनी भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करती है. साथ ही कुंवारी महिलाएं हरियाली अमावस्या पर व्रत रखती हैं और उन्हें मनचाहा वर मिलता है. इसके अलावा सुहागिन महिलाओं का सुहाग हमेशा सलामत बना रहता है. यही वजह है कि इस दिन विवाहित स्त्री और अविवाहित कन्या दोनों व्रत रखकर मां पार्वती का पूजन करती हैं.
हरियाली अमावस्या का त्योहार पर्यावरण से भी जुड़ा है. यह त्योहार प्रकृति की पूजा और पौधारोपण के महत्व को बताता है. इस पेड़- पौधे की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. अमृतसिद्धि योग में पौधा लगाने से विशिष्ट फल की प्राप्ति होती है. संयोग से इस बार हरियाली अमावस्या पर अमृतसिद्धि योग का संयोग है.
तहलका.न्यूज़