आज कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ है. आज ही के दिन भारतीय सेना ने अपने पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान को युद्ध में हराया था और अपने ‘ऑपरेशन विजय’ को पूरा किया था. 20 साल पहले कारगिल की चोटी पर पाकिस्तान को परास्त कर हमारे वीर जवानों ने करगिल की पहाड़ियों पर तिरंगा लहराया था.देश की रक्षा के लिए 20 साल पहले शेखावाटी के तीनों जिलों सीकर, चूरू और झुंझुनूं के 32 जांबाजों ने अपने जीवन की आहुतियां दी थीं.
भारतीय सेना ने करगिल युद्ध में विजय हासिल कर पाकिस्तानी सेना के सैकड़ों जवानों को मार गिराया था. लेकिन इस युद्ध में भारत ने अपने 527 जवानों को खो दिया था जबकि 1363 जवान घायल हुए थे. चार भारतीय जवानों को इस युद्ध में अदम्य साहस के लिए सेना का सर्वोच्च पदक परमवीर चक्र प्रदान किया गया था.
शुक्रवार को एक बार फिर देश के विभिन्न इलाकों में करगिल दिवस की खुशी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर के द्रास में स्थित कारगिल वॉर मेमोरियल में विजय दिवस मनाया जा रहा है. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के बड़े नेताओं ने करगिल दिवस के मौके पर शहीदों को याद किया.