- महापुराण कथा के महात्म्य का वर्णन
नारेहड़ा:(अजय शर्मा) ग्राम बनका में धूनीदास आश्रम में महंत रामेश्वरदास के सान्निध्य में सोमवार से शिवमहापुराण कथा शुरु की गई। कथा से पूर्व सोमवार को कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा से पूर्व गणेश पूजन के साथ पूजा अर्चना की गई।
यात्रा में बनका, गोपालपुरा,बालनगर, खरकडी आदि गांवों से 551 महिलाओं ने मंगल कलश सिर पर धारण किए। कलश यात्रा पीर बाबा मन्दिर से शुरू होकर कथा स्थल पहुंची। महिलाएं डीजे की धुन पर नाचती गाती हुई चल रही थी। कथा व्यास महंत रामलखनदास महाराज ने दिव्य शिवपुराण कथा का वाचन किया। अमृतमयी शिव महापुराण कथा के महात्म्य से श्रद्धालुओं को जीवन का मर्म समझाया और कहा कि भगवान शिवजी पर एक लोटा जल चढ़ा देने मात्र से ही हमारी सभी इच्छाएं और कामनाएं पूर्ण हो जाती है। इसके लिए आवश्यक है कि जब हम जल चढ़ाएं निष्कपट भाव से चढ़ाएं।
व्यक्ति का पूरा जीवन यह जानने में लग जाता है कि उसका जन्म क्यों हुआ ? हकीकत यह है कि हमारा जन्म अपने पूर्व जन्म के प्रतिफल को पाने और भगवान का भजन करने के लिए हुआ है। इस मौके पर चित्रकूट से नारायण दास, वृंदावन से मिथिलेश महाराज सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।