- गुरूपूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने भेजा अभिनन्दन पत्र
अजमेर (मुकेश वैष्णव ) जिले के विख्यात एवं ऐतिहासिक धार्मिक स्थल राजगढ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर 21 जुलाई रविवार को गुरूपूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ बाबा भैरव व माँ कालिका के जयकारों के बीच मनाया गया। सर्वप्रथम महाराज ने मुख्य मंदिर पर बाबा भैरव की पूजा अर्चना कर मंदिर परिसर में वृक्षारोपण किया। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि पंड़ित चन्द्रप्रकाश आचार्य, राधेश्याम शर्मा, देवेन्द्र शास्त्री, संयज शास्त्री, लोकेश शास्त्री, मोहित दाधिच, हर्ष दाधिच, कुलदीप दाधीच, लक्ष्मीशंकर शर्मा नौ ब्राह्मण देवताओं के सान्निध्य में गुरूपूर्णिमा महोत्सव पर ‘सेन रत्न’ चम्पालाल महाराज ने अपने गुरू के गुरूचरण पादुका प्रक्षालन एवं पादुका वन्दन कर वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ गुरू पूजन किया। महोत्सव में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव, माँ कालिका के दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेश चमत्कारी चिमटी प्राप्त की।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा गुरूपूर्णिमा के अवसर पर चम्पालाल महाराज को अभिनन्दन पत्र भेजकर बाबा भैरवनाथ व मां कालिका के आशीर्वाद व मार्गदर्शन में राज्य निरन्तर उन्नति की ओर अग्रसर होने की कामना की। उक्त अभिनन्दन पत्र केन्द्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी द्वारा नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लाम्बा एवं सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग गिरिश बच्चानी की उपस्थिति में चम्पालाल महाराज को दिया।
इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने अभिनन्दन पत्र को पढ़कर श्रद्धालुओं को सुनाया। केन्द्रीय कृषि मंत्री चौधरी व विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने चम्पालाल महाराज के श्रीचरणों में पुश्प अर्पण कर व माला पहनाकर गुरूपूजन किया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त अजमेर महेश शर्मा, जिला कलेक्टर अजमेर भारती दीक्षित, अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने राजगढ़ धाम पहुंचकर बाबा भैरव मां कालिका के दर्शन कर मनोकामना पूर्ण स्तंभ की परिक्रमा की एवं चंपालाल महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। राजस्थान के गौरव पुष्कर के रहने वाले नगाडा वादक नाथूलाल सोलंकी की टीम के द्वारा नगाडों की धुन पर बाबा भैरव व मां कालिका के मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी जिसे सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर नाचने लगे साथ ही भजन गायिका ज्योति सेनी द्वारा भैरव बाबा व मां कालिका के मधुर भजनो के माध्यम से भक्तो का मन मोह लिया।
धाम पर नसीराबाद पुलिस उपाधीक्षक विजय कुमार सांखला एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट महेश शेषमा के नेतृत्व में उपस्थित श्रद्धालुओ के जनसैलाब की व्यवस्था को संभालने के लिये अपनी टीम के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर सदर थाना प्रभारी प्रहलाद सहाय व चौकी प्रभारी हरी राठी की मौजूदगी मे भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। गुरू पूर्णिमा महोत्सव में शिकरत करने के लिये राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश,दिल्ली,महाराष्ट्र के साथ प्रदेश के सीकर, झुंझुनु, अजमेर, केकड़ी, ब्यावर, कोटा, बूँदी, जोधपुर, जयपुर, नगौर, पाली आदि स्थानो से 50 हजार से अधिक श्रद्धालुगण गुरू पूजन करने व चम्पालाल महाराज से आशिर्वाद लेने तथा बाबा भैरव व मा कालिका के दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करने पहुँचे जहाँ उनको अपनी बारी के लिये घण्टो तक इन्तजार करना पड़ा। गैन्दघर वाले बाबा दरगाह नसीराबाद की और से रजी जाफरी सदर द्वारा चम्पालाल महाराज का दस्तार बन्दी कर स्वागत किया गया।
जीवन में अंधकार हटाकर उजाला भरने वाला ही सच्चा सत्गुरू – चम्पालाल महाराज
चम्पालाल महाराज ने गुरूपूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुरूपूर्णिमा अपने सद्गुरू की आराधना का दिवस है। सदगुरू वो है जो सत्य का मार्ग दिखाकर उस पर चलना सिखाए और शिष्यों के जीवन में छाए अंधकार को हटाकर उजाला भर दे। राजगढ़ धाम एकमात्र ऐसा धाम है जहाँ पर किसी भी प्रकार का दान, चन्दा, चढावा, गुप्तदान, पूजा सामग्री आदि स्वीकार नही किया जाता । इसलिये गुरूपूर्णिमा पर भी किसी भी प्रकार की भेंट स्वीकार नही की गई। आने वाले भक्तों को पूजन करने के लिये पुष्प व पूजा सामग्री भी श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चेरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा व्यवस्था करवाई गई। इस शुभअवसर पर चम्पालाल महाराज के सान्धिय में नशा मुक्ति की विशाल रैली भैरवधाम राजगढ़ पर निकाल कर उपस्थित श्रद्धालुओं को नशे की बुराई व अवगुणों के बारे में बताकर नशामुक्तिकी शपथ दिलाई गई।
अद्भुत चमत्कारी चिमटी का हुआ वितरण, चिमटी लेने के लिए लगी लंबी कतारें
प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि राजगढ़ में गुरूपूर्णिमा महोत्सव में देश-प्रदेश के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रविवारीय मेले से ही हो गया था। श्रद्धालु मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करने व विशेष चिमटी प्राप्त करने के लिए लम्बी कतारों में खड़े हो गए। श्रद्वालुओं ने चम्पालाल महाराज के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर मसाणिया भैरव एवं कालका माता के दर्शन कर मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा लगाते हुए मनोकामनापूर्ण होने की प्रार्थना कर विशेष चिमटी प्राप्त की।
सेन ने बताया कि गुरूपूर्णिमा महोत्सव का समापन भैरव भक्त मण्डल के सदस्य तथा आए हुए श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य चम्पालाल महाराज की 1100 दीपको से महाआरती के साथ हुआ। इस शुभ अवसर पर पंजाब से आए हुए नरेन्द्र तूर एवं उनके साथियो ने बाबा भैरव व माँ कालिका के श्री चरणों में अपने आराध्य चम्पालाल महाराज का गुरू पूजन कर, पंजाबी पगड़ी पहनाकर व कृपाण अर्पित की एवं झण्ड़ा चढाया।
जो कुछ भी हुँ धाम की कृपा से हूँ – भागीरथ चौधरी
केन्द्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि जब जब भी भैरव बाबा का बुलावा आता है मैं भैरव धाम दौड़ा चला आता हूँ। गुरूपूर्णिमा के अवसर पर आज मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे बाबा के आशीर्वाद से केन्द्रीय मंत्री का पद मिला व बतौर केन्द्रीय मंत्री आज गुरूपूजन करने व आशीर्वाद लेने आया हूँ। मैं महाराज से यही आशीर्वाद चाहता हूँ कि धाम पर आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के साथ देश-प्रदेश की जनता की भी सेवा अंत समय तक करता रहूँ।
जो कुछ भी हुँ धाम की कृपा से हूँ – देवनानी
गुरूपूर्णिमा के अवसर पर धाम पर आए विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मैं राजगढ भैरवधाम से पिछले 20 वर्षों से जुड़ा हूँ तथा आज जो कुछ भी हूँ राजगढ भैरव धाम की कृपा से हूँ। आज के इस शुभअवसर पर महाराजश्री से आशीर्वाद लेने एवं प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए कामना करने आया हूँ।
इसी क्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लाम्बा, मानसिंह रावत सरपंच नांदला, गेंदघर वाले बाबा नसीराबाद के सदर रजी जाफरी ठा. प्रेम सिंह गौड, सुरेन्द्र सिंह शेखावत पूर्व सभापति नगर पालिका अजमेर, दिलीप राठी सरपंच श्रीनगर, नसीराबाद पुलिस उपाधीक्षक विजय सांखला, सदर थाना प्रभारी प्रहलाद सहाय, कार्यपालक मजिस्ट्रेट महेश शेषमा, चौकी प्रभारी हरि राठी, कनिष्ठ अभियन्ता विपुल सैनी आदि ने पूजा अर्चना की एवं व्यस्थापक ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, कैलाशचन्द सेन, विष्णु सेन, कपिल सेन, मुकेश सेन, राजू चावड़ा, विजय सिंह रावत,सलीम भाई,कुल्दीप,राजू सिन्धी,पिन्टू नागौरा,मुबारक खान, कमल शर्मा, संजीव कुमार, दीपक बसीटा, रामप्रसाद मौर्य, भूपेन्द्र, कैलाश सेन, महेन्द्र रावत, पुनित जांगीड़, धर्मेन्द्र, चेतन, शंकर नाथ, अमिताभ, ओमप्रकाश आदि ने व्यवस्थाओ को संभालने में योगदान दिया।