June 30, 2024
  • गुजराती खाना कम मिर्च और अपनी हल्की सी मिठास की वजह से लोगों के बीच काफी फेमस हो चुका है.

राजस्थान और राजधानी जयपुर में आजकल गुजराती खान-पान (Gujarati Food) का चलन बढ़ चला है. अब तो यह घरों के किचन तक पहुंच चुका है. ऐसा भी हो रहा है कि लोग अब अपने भोजन या नाश्ते में गुजराती व्यंजन (Gujarati Dishes) भी शामिल करने लगे हैं. हम इसका कारण तलाशें तो पाएंगे कि गुजराती खानपान इसलिए मशहूर हो चुका है, क्योंकि यह तीखा बहुत कम होता है और इसके व्यजंन इस प्रकार के हैं जो आसानी से हजम हो जाते हैं. अब तो हालात यह हो गए हैं कि हर व्यक्ति किसी न किसी गुजराती व्यंजन का नाम और उसके स्वाद की जानकारी दे देगा. इनमें ढोकला, खांडवी तो मशहूर है ही, अब तो फाफड़ा तक को लोग पसंद करने लगे हैं.

गुजराती व्यंजनों के मशहूर होने का पता इस बात से भी चलता है कि राजधानी जयपुर में ऐसी ही एक स्टाल से हम आपका परिचय कराने जा रहे हैं जो अपनें गुजराती व्यंजनों के मशहूर काफी मशहूर है.

गुजराती व्यंजन वाला ( मिटटू ) प्राचीन विरासत मंदिर ठाकुर जी श्री मदन गोपाल जी महाराज मंदिर के बाहर

यदि कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता.यह बात “ जयपुर ” जिसे “ गुलाबी नगरी” कहा जाता है. वहां के गुजराती व्यंजन वाला के संचालक मिट्टू जी पर बिल्कुल सटीक बैठती है.जो आज अपने गुजराती व्यंजन में बढ़िया स्वाद के कारण “ जयपुर ” की शान बने हुए है… जयपुर में सबसे लोकप्रिय “गुजराती व्यंजन वाला जिन्होंने एक छोटी सी स्टाल लगाकर अपने काम की शुरुवात की थी. आज अपने दमदार स्वाद और अव्वल उपभोग्ता सेवा के कारण आज इस व्यवसाय में अपनी एक अगल पहचान स्थापित की है, 

इस दुकान पर गुजराती व्यजंनों की भरमार है यह दुकान 1 साल पुरानी है, पर आप विश्वास कर सकते हैं कि वहां पर गुजरात का असली टेस्ट आपको मिलेगा ही. गुजराती व्यंजनों में
ढोकला सबसे अधिक नाम कमा रहा है, तो इसकी बात करें तो दुकान में तीन किस्म के ढोकला आपको मिलेंगे. इनमें मसाला ढोकला के अलावा इंद्रा ढोकला, खमण ढोकला खासा मशहूर है.

पीले ढोकले पर हरा धनिया अलग ही शोभा देता है. ये ढोकला 40 रुपये प्लेट में आपको मिल जाएगा, जिसका वजन 200 ग्राम होगा. खाते वक्त आपको आनंद आए, इसके लिए साथ में हरी मिर्च और धनिया की खट्टी चटनी और ऊपर से कुछ अनार के दाने के साथ इसे सर्व किया जाता है. इस दुकान का गुजराती व्यजंन खांडवी, थेपला, फाफड़ा, चौला फली और ढोकला सैंडविक भी खासा नाम कमा रही है.

यह दुकान चौड़ा रास्ते इलाके में 1 साल पहले खुली थी. इसे मिट्टू जी ने शुरू किया था. उनकी रिश्तेदारी गुजरात में खूब थी, इसलिए उन्होंने यह कारोबार शुरू किया जो चल निकला. दुकान सुबह 6:30 बजे खुल जाती है और दिन 1 बजे तक कामकाज चलता है.

गुजराती व्यंजन वाला ( मिटटू ): SBI बैंक के सामने, प्राचीन विरासत मंदिर ठाकुर जी श्री मदन गोपाल जी महाराज मंदिर के बाहर

9680135753