जयपुर- लैब टेक्नीशियन ने प्रांतीय मीटिंग मे निर्णय लेकर , मरीजो को किसी तरह कोई परेशानी न हो इसको लेकर मुख्यमंत्री के नाम ग्रेड पे 4200 पूरे करने के लिए मेल के माध्यम से प्रदेश भर से पत्र प्रेषित किए गये।
लैब टेक्नीशियन संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह व मीडिया प्रभारी संतोष शर्मा ने बताया कि जब पूरा देश और दुनिया कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी के चपेट में था एक दूसरे को नजदीक आते देख लोग अपने दरवाजे बंद कर लेते थे तब उस समय मरीज के सबसे नजदीक उसके गले और नाक से सैंपल लेने का कार्य उसका टेस्टिंग प्रदेश के लैब टेक्निशियनों ने किया।
लेकिन आज वित्तीय मांगों में संवर्ग की पूरी तरह से अनदेखी हो रही है कार्मिकों ने उम्मीद की थी कि हमने कोरोना सहित मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के जांच कार्य को राजस्थान में श्रेष्ठ रखा है इसके बदले हमारी वित्तीय मांगों को सरकार सकारात्मक व संवेदनशीलता के साथ पूरा करेगी लेकिन आचार संहिता नजदीक है एक भी वित्तीय मांग पूरी नहीं हुई।
जहां हरियाणा उत्तराखंड पश्चिम बंगाल जैसे तमाम राज्यों में लैब टेक्नीशियन की कम योग्यता पर ग्रेड पे 4200 है वहीं राजस्थान में अधिक योग्यता के बावजूद भी ग्रेड पे 2800 दी जा रही है। अनेकों बार मरीज हित मे सकारात्मक आंदोलन कर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के बाद भी एक भी वित्तीय मांग पूरी नहीं हुई जिससे कार्मिको में भारी निराशा और असंतोष व्याप्त है।