November 24, 2024
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  • लोग पूछते हैं कि इसका स्वाद तो ऑमलेट कि तरह आ रहा आप इसमें अंडा तो नहीं मिलाते हो. लेकिन जब लोग इसे बनते देख लेते हैं तो फिर एक बजाए 2 ऑर्डर करते हैं.

आपने अंडे से बनने वाले आमलेट के बारे तो सुना ही होगा और कई लोगों ने इसका स्वाद भी लिया होगा. हालांकि कुछ लोग विभिन्न कारणवश इसे नहीं खाते हैं. लेकिन हम आपको जिस व्यंजन के बारे में बताने जा रहे हैं वह काफी स्वादिष्ट तो है ही साथ ही यह पूरी तरह शाकाहारी है, जिसका सेवन कोई भी कर सकता है. इतना ही नहीं यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है. तो आइए आपको बताते हैं इस खास व्यंजन के बारे में जिसका स्वाद जयपुर के शहरवासियों के सिर चढ़कर बोल रहा है.

“दिल्ली वालाज मूंगलेट”

आज हम आपको विद्याधर नगर जयपुर के उस फेमस फ़ूड प्वाइंट वाले के बारे में बताने जा रहे है जो किसी पहचान का मोहताज नहीं.यहां लगने वाली भीड़ को देख लोग चौक जाते है.

यदि कड़ी मेहनत और इच्छा शक्ति मजबूत हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता.यह बात राजधानी जयपुर स्थित “विद्याधर नगर नेशनल हैंडलूम के पास “दिल्ली वालाज मूंगलेट” के संचालक राम अग्रवाल पर बिल्कुल सटीक बैठती है. जिन्होंने कुछ साल पहले जयपुर के नेशनल हैंडलूम के पास में एक छोटी सी दुकान लगाकर अपने काम की शुरुआत की और आज अपने व्यंजनों में बढ़िया स्वाद और उपभोक्ता सेवा के कारण गुलाबी नगर जयपुर में अपनी एक अलग पहचान बनाई।.

काम कोई छोटा या बड़ा नहीं होता, अगर इंसान ठान ले तो अपने जूनून को व्यवसाय का रूप देकर अपनी किश्मत को बदला जा सकता है.

वैसे तो शहर में हर प्रकार के व्यंजन उपलब्ध हैं जिनका स्वाद लोग बड़े ही चाव के साथ लेते हैं लेकिन इन दिनों एक विशेष व्यंजन जिसे मूंगलेट के नाम से पहचाना जा रहा है. इसका स्वाद लेने के लिए लोग शाम से ही विद्याधर नगर नेशनल हैंडलूम चौपाटी पहुंच जाते हैं. इस दुकान के संचालक राम अग्रवाल ने बताया कि यह दिल्ली, गाजियाबाद की फेमस डिश है, जिसका स्वाद अब जयपुरवासियो की जुबान पर भी चढ़ता जा रहा है.

राम अग्रवाल का अपने काम के प्रति लगाव और बेहतर स्वाद के कारण आज जयपुर में अपनी जगह बना चुके है. जो कोई एक बार इनकी बनी मूंगलेट का टेस्ट चख लेता है तो वो इनके स्वाद का मुरीद हो जाता है. शुद्ध एवं चटपटे मसालो से तैयार की हुई मूंगलेट का अपना अलग ही मजा है.

अक्सर लोग हो जाते हैं कन्फ्यूज
संचालक राम अग्रवाल ने बताया कि ऑमलेट और मूंगलेट लगभग मिलता जुलता नाम है. जिसके चलते कई बार लोग कन्फ्यूज भी हो जाते हैं इतना ही नहीं कई बार इसे तैयार करने की प्रोसेस भी देखते हैं कि कहीं इसमें एग तो नहीं मिलाया. कई बार तो लोग खाने के बाद भी देखने आते हैं उनका कहना होता है कि इसका स्वाद तो ऑमलेट कि तरह आ रहा है. आप इसमें एग तो नहीं मिलाते हो. लेकिन जब लोग इसे बनते देख लेते हैं तो फिर एक बजाए 2 ऑर्डर करते हैं.

मूंगलेट बनाने की विधि
मूंगलेट शॉप के संचालक राम अग्रवाल के मुताबिक, यह असल में चीला और पिज्जा का नया संस्करण है. एक फ्राई पैन में पहले मक्खन डाला जाता है. उसके गरम होने के बाद कुछ वेजिटेबल्स, स्वीट कॉर्न, बारीक कटी प्याज और शिमला मिर्च में बनाए गए मूंग दाल के पेस्ट को फ्राई पैन में डाला जाता है. इसके बाद इसे अच्छे से पकाया जाता है. जैसे मूंगलेट लाल होना शुरू हो जाता है तो उसे हवा में उछाला जाता है. इसलिए वह चीला होने के बावजूद पिज्जा जैसा मोटा हो जाता है. यह थोड़ा स्पाइसी होता है. दोनों और से फ्राई करने के बाद इस मूंगलेट को खजूर की लाल चटनी व हरी मिर्च, धनिए आदि से बनी खट्टी-तीखी चटनी के साथ सर्व किया जाता है.

समय के साथ इन्होंने ने अभी अपने उत्पादों को ग्राहकों के अनुरुप बदला है.आपकी जयपुर की यात्रा तब तक अधूरी है जब तक आप इनके स्वाद का आनद नहीं ले लेते.

तहलका डॉट न्यूज़