November 24, 2024

खाना हमारे जिंदगी का बहुत ही जरूरी हिस्सा है. और अगर कहीं आप खाने-पीने के शौकिन हैं तो घूमने से ज्यादा फोकस वहां की मशहूर डिशेज़ में होता है. 

तो अगर आप भी आगरा एन्जॉय करने आएं हैं यहां फिर उदयपुर के ही है तो वहां की खास जगह के बारे में जान लेना जरूरी है. तो जानेंगे आगरा के अनोखे स्वाद के बारे में.

5 किलो का बेलन, 45 किलो वजन का ढाई इंच मोटा तवा। उस पर देशी घी में सिकते शक्कर, बनाना, अनार, मावा, मैगी और चॉकलेट जैसी 40 वैरायटी के पराठे। क्या आपने इन पराठो का स्वाद चखा है?

ये वो फेमस पराठे हैं, जो देश विदेश मे वही नेता हो या अभिनेता सभी का जायका बने। ऐश्वर्या-अभिषेक की शादी में मेहमानों को परोसे गए।

आज जायका की इस कड़ी में आपको भी ले चलते हैं आगरा की फेमस रामबाबू के पराठों वाली शॉप पर…

रामबाबू खंडेलवाल की तीसरी पीढ़ी और हरिशंकर खंडेलवाल के बेटे बब्लू खंडेलवाल और उनके बेटे ऋषभ ने आज बिजनेस की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

बब्लू खंडेलवाल बताते है कि 1930 में रामबाबू खंडेलवाल ने पराठे की शुरुआत आगरा (उत्तरप्रदेश) में एक छोटी सी दुकान से की थी। आज यह पराठा संसद से लेकर लंदन तक का सफर तय कर चुका है। नेता और अभिनेता समेत कई सेलिब्रिटी की शादी में भी मेहमानों का जायका बढ़ा चुका है।

बब्लू खंडेलवाल और उनके बेटे ऋषभ बताते हैं कि पराठों के टेस्ट में जितना महत्व मसालों का है, उससे कहीं ज्यादा सिकाई का है। पराठे को सेकने के लिए कोई मामूली तवा नहीं, 45 किलो वजन का करीब 2.5 इंच मोटे तवे का इस्तेमाल होता है।

आपका अपना देशी स्वाद का वो स्थान जहां आपको ताजगी और सेहत का नया अहसास होता है ।

सिकाई भी धीमी आंच पर की जाती है। इससे पराठा जलता नहीं है और क्रिस्पी बनता है। हालांकि उनके पास 80 किलो वजन के भी मोटे तवे हैं, जिनका उपयोग स्पेशल इवेंट में किया जाता है। साथ ही पराठों को बेलने के लिए 5 किलो वजनी बेलन इस्तेमाल होता है।

सोंठ की चटनी बढ़ाती है स्वाद

पराठे के साथ सोंठ की सर्व किया जाता है। स्वाद में यह खट्टा मीठा फ्लेवर देता है इससे पराठे को डाइजेस्ट करना आसान हो जाता है। सोंठ की चटनी बनाने के लिए गुड और इमली और अमचूर की खटाई का इस्तेमाल किया जाता है। यह पराठे को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ हाजमे को भी सही करता है।

पराठों की 40 से ज्यादा वैरायटी

रामबाबू के यहां एक से बढ़कर एक 40 टाइप के पराठे बनते हैं, जिन्हें 5 अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। स्पेशल पराठा, सीजनल पराठा, प्रीमियम पराठा, स्वीट पराठा और चीज-पनीर पराठा। आइए आपको बताते हैं पराठो की वैरायटी और उनकी रेट लिस्ट….

प्लेन पराठा, शक्कर पराठा, आलू पराठा, आलू अचारी पराठा, प्याज पराठा, आलू मटर पराठा, आलू प्याज पराठा, दाल पराठा, मिस्सा पराठा, लच्छा पराठा, मूली पराठा, पनीर मटर पराठा, मिक्स पराठा, मटर पराठा, गोभी पराठा, मेथी पराठा, मेथी मटर पराठा, पनीर पराठा, पनीर अचारी पराठा, पापड़ पराठा, सेव पराठा, अजवाइन पराठा, पीनट पराठा, हरी मिर्ची पराठा, एप्पल पराठा, अनार पराठा, मैगी मसाला पराठा, चना मसाला पराठा, चॉकलेट पराठा, बनाना पराठा, गाजर पराठा, मेवा पनीर पराठा, मेवा पराठा, स्पेशल स्वीट पराठा, पिज्जा पराठा, पास्ता पिज्जा पराठा, पास्ता पराठा।

बब्लू खंडेलवाल और उनके बेटे ऋषभ ने बताया कि पराठे बनाने में केवल देसी घी का इस्तेमाल किया जाता है। पराठे की हर वैरायटी के नाम के अनुसार ही उसका ओरिजिनल टेस्ट मिलता है।

एप्पल, बनाना और अनार पराठा में ताजे फलों का इस्तेमाल किया जाता है। एप्पल और अनार से बने पराठे भी अलग तरीके का स्वाद देता है। यूथ में पिज्जा और पास्ता पराठे की डिमांड ज्यादा रहती है। बच्चों चॉकलेट पराठे की डिमांड करते हैं। वहीं, आलू-प्याज पराठा और मिक्स वेज पराठा ऑल सीजन बेस्ट सेलिंग है।

स्वीट पराठा भी काफी स्पेशल है। इसे काजू के टुकड़ों के साथ मावे को स्टफ कर बनाया जाता है। इसके लिए काजू को बेलन की सहायता से बारीक कर मावे में मिक्स किया जाता है। फिर इसे पराठे में भरकर देसी घी में धीमी आंच पर पकाया जाता है। इस पराठे की डिमांड ऑल सीजन में रहती है। इसे नाम दिया गया है रामबाबू स्पेशल स्वीट पराठा। एक पराठे की कीमत 240 रुपए है।

पैकिंग का तरीका सैकड़ों साल पुराना

बब्लू खंडेलवाल और उनके बेटे ऋषभ बताते हैं, यूं तो गरम गरम पराठा खाने का मजा ही अलग है, लेकिन घर बैठे कस्टमर को वैसा ही स्वाद मिले, इसके लिए पराठों की पैकिंग में हम पत्तल का इस्तेमाल करते हैं। यह पैकिंग का काफी पुराना तरीका है।

बब्लू खंडेलवाल और उनके बेटे ऋषभ बताते है कि पराठे की क्‍वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाता है। आज भी हम देसी घी का भरपूर इस्तेमाल कर इसे बनाते है। इसके साथ थाली में पराठे के साथ सब्जी, कढ़ी, सोंठ, अचार, रायता, आदि दिया जाता है। पराठे की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए मसाले खुद ही पिसवाते हैं।

यदि आप इनका आनंद लेना चाहते हैं तो सब-कुछ भूलकर इनके स्वाद और खुश्बुओं में खो जाएं.