जयपुर– भगवान परशुराम की तपोस्थली रहे ग्राम रुंडल में जमदग्नि ऋषि परशुराम रेणुका तीर्थ आश्रम में आगामी 16 अप्रेल से आयोजित होने वाले 108 कुंडीय श्री महालक्ष्मी गणेश महायज्ञ में आमंत्रण को लेकर शुक्रवार को स्वामी श्री बालमुकुंदाचार्य जी महाराज के सानिध्य में संतो ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की।
इस दौरान यज्ञ आयोजक महंत रविदास महाराज एवं स्वामी श्री बालमुकुंदाचार्य जी महाराज हाथोज धाम ने राज्यपाल डॉ कलराज मिश्र को यज्ञ में आने का निमंत्रण दिया।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने यज्ञ आयोजन को लेकर बालमुकुंदाचार्य जी महाराज व रविदास महाराज से जानकारी ली। इस दौरान मिश्र ने भगवान परशुराम की तपोस्थली के इतिहास को लेकर भी दोनों संतो से चर्चा की। मिश्र ने यज्ञ के पोस्टर का विमोचन किया और कहा कि अध्यात्म भारतीय संस्कृति व उन्नति का मेरुदंड है। भारतीय धर्म एक ऐसा धर्म है, जिसमें चिकित्सा, गणित और विज्ञान धर्म से निकले हैं। संसार के किसी भी कोने में ऐसे धार्मिक ग्रंथ नहीं मिलेंगे जहां आयुर्वेद की तरह उपचार, वैदिक गणित की तरह सौरमंडल के ग्रहों की गणना मिलती हो। राज्यपाल ने 23 अप्रैल को यज्ञ की पूर्णाहुति अवसर पर आने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर राज्यपाल के विशेष अधिकारी शिवपाल यादव, मुक्ति लाल दंगड, कैलाश माली सरपंच, सीएम बाड़ीगर, श्रवण रुंडल, जगदीश खातोदिया मोहनपुरा आदि भी मौजूद थे।