November 24, 2024
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ग्राम केशवाना राजपूत स्थित रीको औधोगिक क्षेत्र का मामला

नालों में जमा पानी भू गर्भिय जल को भी कर रहा दुषित

कोटपूतली:(मनोज पंडित)

एक ओर जहाँ औधोगिक क्षेत्रों से आर्थिक विकास व प्रगति तेजी से होती है वहीं ऐसे औधोगिक क्षेत्रों में लगने वाली फैक्ट्रीयां स्थानीय ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब भी बन जाती है। ऐसा ही मामला निकटवर्ती ग्राम केशवाना राजपूत स्थित रीको औधोगिक क्षेत्र में देखने को मिल रहा है जहां फैक्ट्रीयों से निकलने वाले रासायनिक दुषित जल ने जहाँ भू गर्भिय जल को दुषित कर दिया है। केशवाना समेत आसपास के गाँव में पानी के स्त्रोत में फैक्ट्रीयों के केमिकल युक्त डिस्चार्ज के मिलने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी निरन्तर पनप रही है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्रीयों द्वारा उक्त केमिकल युक्त दुषित जल को निस्तारित नहीं किया जाता है। यही नहीं इनके एक स्थान पर एकत्रित होने से भू गर्भिय जल व पानी के स्त्रोत भी दुषित हो जाते है। इन दिनों फैक्ट्रीयों से निकल रहा केमिकल युक्त दुषित पानी केशवाना की नालियों में जमा हो रहा है जिससे ग्रामीणों व पशु-पक्षियों में बीमारी फैल रही है।

वहीं यह गंदा पानी मक्खी मच्छरों को भी बढ़ावा दे रहा है। नालियों में बह रहा यह फैक्ट्रीयों से निकलने वाला पानी इतना दुषित है कि ग्रामीणों से श्वांस भी नहीं ली जा रही है। कुछ फैक्ट्री संचालकों ने तो अपनी ओर आ रहे नाली के गंदे पानी को जेसीबी की सहायता से मिट्टी डलवाकर रोक दिया है। जिससे यह गंदा पानी एक ही स्थान पर एकत्रित होने से भारी परेशानी का सबब भी बन रहा हैै।