November 24, 2024

जयपुर– प्रदेश में पुजारियों पर बढ़ते अत्याचार, मन्दिर डोलियों पर दबंगों के बढ़ते हस्तक्षेप, 1992 में बिना विधि पुजारियों के राजस्व रिकार्ड से नाम विलोपित कर दिए जाने एवं राजनैतिक दलों में आनुपातिक प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने से विक्षुब्ध प्रदेश के 22 लाख से अधिक पुजारी परिवारों की समस्याओं को लेकर प्रदेश में कार्यरत स्वामी/ वैष्णव समाज के विभिन्न संगठनों एवं सम्प्रदायों के प्रतिनिधियों का एक संयुक्त मंच बना कर सामूहिक नैतृत्व में विचार विमर्श व रणनीति बनाने हेतु कोर ग्रुप की एक बैठक प्रांतीय वैष्णव समाज भवन, मानसरोवर जयपुर में आयोजित हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त मजिस्ट्रेट ओंकार सिंह स्वामी ने कहा कि गांवों में मन्दिरों की डोली भूमियों पर दबंगों की नजर रहती है, वे पुजारियों को विभिन्न तरीकों से तंग करते हैं। पिछले तीस सालों में पुजारी प्रताङना के कई मामले सामने आए हैं।

एडवोकेट संतोष वैष्णव जैतारण ने कहा कि मन्दिर सांस्कृतिक एवं सामाजिक क्रांति के केंद्र रहे हैं। पुजारी समाज का नैतृत्व करता है। प्रदेश में पुजारियों की एक बड़ी आबादी होने के बावजूद इस सेवाभावी कौम के राजनैतिक कार्यकर्ताओं को राजनैतिक दल तवज्जो नहीं देते।

अखिल राजस्थान पुजारी महासभा के महासचिव एडवोकेट श्रवण दास खदाव जोधपुर ने कहा कि तत्कालीन राजस्व कर्मियों की चूक से किसान होते हुए भी 22 लाख पुजारी परिवारों को खातेदारी अधिकार नहीं मिल रहे हैं जो कि एक सामाजिक भेदभाव है।

अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण महासभा अजमेर के अध्यक्ष श्याम सुंदर हरीद्वार, अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण विकास परिषद के मूल चंद वैष्णव, अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण सेवा संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी सी वी किरण रुपनगढ़ सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि यह चुनावी साल है अतः प्रदेश के स्वामी वैष्णव बैरागी समाज को भी अगले माह में जयपुर में विशाल शक्ति प्रदर्शन कर इस समाज की समस्याओं पर आम जन का ध्यान आकर्षित किया जाना चाहिए।

प्रांतीय वैष्णव ब्राह्मण समाज जयपुर अध्यक्ष महेश वैष्णव के संयोजकत्व में मई में वैष्णव बैरागी समाज द्वारा विशाल शक्ति प्रदर्शन का निर्णय किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि समाज के सभी संगठनों एवं सम्प्रदायों के प्रतिनिधियों के इस समूह को राजनैतिक दलों के सामने विधानसभा वार समाज की संख्या के आंकड़े व समाज के राजनैतिक कार्यकर्ताओं की सक्रियता के आधार पर आसन्न विधानसभा चुनाव में प्रयाप्त प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग करनी चाहिए।

बैठक को राजस्थान युवा बोर्ड सदस्य रुकमानंद स्वामी लाडनूं, पूर्व सरपंच बृजमोहन वैष्णव छिर्र बालाजी ने भी संबोधित किया।

बैठक में अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष एन एन वैष्णव की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर मौन प्रार्थना की गई।

बैठक में सरदारपुरा से अशोक गहलोत के सामने चुनाव लङे प्रत्याशी गिरधारी वैष्णव, गणपत दास निम्बार्क पाली, रघुनाथ वैष्णव स्वाई माधोपुर, देवेश स्वामी मकराना, देवेन्द्र वैष्णव सीकर, महेश वैष्णव भीलवाड़ा, मांगी लाल स्वामी बीकानेर, विष्णु प्रकाश शोभावत अजमेर, शत्रुघ्न शर्मा टोंक, लोकेश लांबा, दशरथ वैष्णव, राजपाल स्वामी, राजेश मूर्ति वाले, एडवोकेट जगदीश वैष्णव जोधपुर, गोपाल वैष्णव जयपुर, अशोक वैष्णव सोडाला, आर के वैष्णव जयपुर, विद्या नरेश वैष्णव करौली, अमरचंद मोरङी, श्योजीलाल वैष्णव, श्रीकिशन वैष्णव अजमेर, हेमदास जोधपुर, भल्ल दास जोधपुर, रामचंद्र मोगङा, लोकेश लांबा, निम्बार्क वैष्णव सीकर, अर्जुन वैष्णव पाली, सुदामा वैष्णव सवाईमाधोपुर, सुनील स्वामी बीकानेर, धनराज वैष्णव सवाईमाधोपुर, अर्जुन वैष्णव, उमेश वैष्णव, रामजी लाल जी वैष्णव शक्ति, जगदीश वैष्णव हरमाङा, गजेन्द्र वैष्णव भरतपुर, आर पी शर्मा करौली, महेश त्यागी, हनुमान वैष्णव जयपुर, डॉ नरेश शर्मा करौली, मोहनलाल चरणगढ, एडवोकेट कुलदीप वैष्णव, डॉ एस एस वैष्णव, बाबूलाल कश्यप, महावीर वैष्णव डीसीएम सहित अनेक जने मौजूद रहे।