— संयुक्त अभिभावक संघ की बैठक में शामिल हुए जयपुर विभिन्न स्कूलों के अभिभावक
— कहा ” सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण निजी स्कूल कर रहे अभिभावकों को प्रताड़ित, सरकार कानून की पालना करवाएं या बनाए कानून को कचरे में डालें “
जयपुर: राजधानी में एक बार फिर निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे है, इस बार मसला केवल फीस एक्ट 2016 और 3 मई 2021 व 1 अक्टूबर 2021 को आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना सुनिश्चित करवाने मात्र तक समिति नही है बल्कि इस बार निजी स्कूलों ने कानून प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस प्रकार मनमाने तरीके से 10 से 40 प्रतिशत फीस बढ़ाई उससे अभिभावकों में आक्रोश है।
निजी स्कूलों को लेकर बढ़ाई फीस, आरटीई के तहत कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के एडमिशन नहीं होना, कोरोना काल की फीस बकाया होने के चलते छात्रों की पढ़ाई रोकने सहित विभिन्न मसालों को लेकर संयुक्त अभिभावक संघ ने रविवार को सेंट्रल पार्क, सी-स्कीम के गेट नंबर 1 के पास सभी स्कूलों के अभिभावकों की आवश्यक बैठक बुलाई थी जिसमे शहर के डेढ़ दर्जन से अधिक स्कूलों के अभिभावक शामिल हुए और बैठक में अपनी समस्याओं को रखा।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया की रविवार को आयोजित बैठक में सभी अभिभावकों से चर्चा करने के बाद निर्णय लिया गया की, कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक सभी अभिभावक अपने – अपने स्कूल को शिकायत पत्र लिखेगा और इसकी प्रतिलिपि शिक्षा विभाग, शिक्षा निदेशक, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचेगा, स्कूलों द्वारा शिकायत पत्रों का जवाब नही देने पर शिक्षा विभाग को अलग से पत्र लिखा जायेगा। इसके बावजूद अगर सुनवाई नहीं होती है तो संयुक्त अभिभावक संघ सभी अभिभावकों साथ लेकर सड़कों पर उतरेगा और कानून ने जो अधिकार अभिभावकों को दिए है उनकी पालना सुनिश्चित करने की मांग करेगा, साथ ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना नहीं करने वाले स्कूलों के खिलाफ कोर्ट जायेगा, साथ राज्य सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा कानून की पालना नहीं करवाने के मामले को लेकर भी कोर्ट में जायेगा और कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने पर कार्यवाही की याचिका लगाएगा।
रविवार को आयोजित बैठक में संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा, कार्यकारिणी सदस्य चंद्र मोहन गुप्ता, जयपुर जिला अध्यक्ष युवराज हसीजा, अभिभावक एकता आंदोलन अध्यक्ष मनीष विजयवर्गीय, एमजीपीएस अभिभावक गिर्राज तांबी, एमपीएस जवाहर नगर अभिभावक सुरेश गुप्ता, मयूरा स्कूल आदर्श नगर अभिभावक इंद्र कुमार, आरबीएमएचएस स्कूल अभिभावक सतीश खंडेलवाल, एसएमएस स्कूल से सरदार मंजीत सिंह सहित सेंट जेवियर्स, सेंट एंसलम, सेंट टेरेसा, एमजीडी स्कूल, मयूरा स्कूल, महावीर स्कूल, मॉर्डन स्कूल, नीरजा मोदी स्कूल, केजीपीएस स्कूल, विद्या आश्रम, ज्ञान आश्रम सहित विभिन्न स्कूलों के अभिभावक एकत्रित हुए।
अभिभावक सड़कों पर उतर रहा है तो शिक्षा विभाग हरकत में आया और झूठे प्रलोभन का सहारा लेकर अभिभावकों एकजुटता तोड़ने का काम कर रहा है
प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा की अभिभावकों को लेकर रविवार की बैठक का मेसेज जैसे ही वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग हरकत में आया और स्कूलों की सह पर स्कूलों को ही चेतावनी जारी कर फीस एक्ट की पालना नही करने वाले स्कूलों को आरटीई का भुगतान नहीं करने की चेतावनी दी है।
जबकि यह मसला पिछले तीन वर्षो से चल रहा है हजारों शिकायत अभिभावकों को द्वारा शिक्षा विभाग को दे दी गई है अब तक शिक्षा विभाग ने किसी भी शिकायत पर कोई कार्यवाही नही की है। अगर शिक्षा विभाग को कानून की पालना ही नही करवानी है तो शिक्षा के अधिकार को लेकर जो कानून बनाए हुए है उन कानूनों को कचरे में क्यों नही डाल देते। जब स्कूलों की सह पर ही विभाग को काम करना है तो सभी कानूनों को रद्द कर जैसा स्कूल कहेगा वही कानून क्यों नही बना देते। अगर शिक्षा विभाग ने अभिभावकों की शिकायत पर कार्यवाही नही की तो अभिभावक दुबारा सड़कों पर उतरने के लिए तैयार है और अब जो लड़ाई शुरू होगी वह कोर्ट तक भी लेकर जायेगे।
तहलका डॉट न्यूज़