- केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भगवान परशुराम पर डाक टिकट जारी किया
- हेलीकॉप्टरों से की गई पुष्प वर्षा
- स्वामी श्री बालमुकुंदाचार्य जी महाराज ने की कार्यक्रम में शिरकत।
जयपुर-विप्र सेना द्वारा आयोजित जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार को ब्राह्मण महापंचायत अद्वितीय, ऐतिहासिक और अविस्मरणीय रहीं।
वक्ताओं ने इस भव्य कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि पहली बार उन्होंने ब्राह्मणों के ऐसे विशाल महासमागम को देखा है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में ब्राह्मण बंधु एकत्रित हुए हैं।
इस कार्यक्रम को लेकर भारत के कई राज्यों से जयपुर में 10 लाख से अधिक ब्राह्मण लोग आए, जिसमें जाम में फंसे होने के कारण आयोजन स्थल विद्याधर नगर स्टेडियम तक पांच लाख लोग ही पहुंच पाए।
मंच पर सिर्फ साधु-संतों को ही जगह दी गई जिनमें प्रमुख रूप से स्वामी श्री बालमुकुंदाचार्य जी महाराज हाथोज धाम, डाकोर पीठाधीश्वर राम रतन दास महाराज, धन्ना पीठाधीश्वर बजरंग दास महाराज, सरस निकुंज पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण जी महाराज काले हनुमान जी के महंत गोपाल दास जी, आचार्य महामंडलेश्वर मनोहर दास जी महाराज सहित कई संत महंत उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में विभिन्न ब्राह्मण समाज के संगठन पदाधिकारी, सांसद, एमएलए और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों का सम्मान किया गया।
ब्राह्मण महापंचायत के कार्यक्रम को केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, उत्तरप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा,
चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी, चौमूं विधायक रामलाल शर्मा, पूर्व एमएलए और मंत्री अरुण चतुर्वेदी, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज, सहित कई अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भगवान परशुराम का डाक टिकट जारी किया और संबोधित करते हुए कहा कि आपकी यह शक्ति और एकता राष्ट्र निर्माण में लगे और अधर्म को दूर करें। आप लोग धर्म को धारण करने और धर्म की रक्षा करने वाले हो।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि मैं आपका भाई हूं, मुझे कभी सर मत बोलना। मुझे कभी अश्विनी जी मत बोलना मुझे केवल अश्विनी भाई बोलना। उन्होंने कहा कि राजस्थान को रेल बजट में 10 साल पहले 600 करोड़ मिलते थे और अब 9532 करोड़ मिल रहा है। राजस्थान के 82 रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास बनने जा रहे हैं।
विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवाडी ने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पूरे देश के विभिन्न राज्यों से 10 लाख से अधिक ब्राह्मण बंधु आए हैं।शहर की सड़कें जाम है, इसलिए कार्यक्रम स्थल तक पांच लाख विप्र बंधु ही पहुंच पाए।
उन्होंने पुजारी और साधुओं पर होने वाले जानलेवा हमले पर मांग करते हुए कहा कि उनकी रक्षा के लिए सरकारों को पूरा प्रयास करना चाहिए, अन्यथा हमें आगे आकर प्रयास करने होंगे।
कार्यक्रम में ब्राह्मणों की वर्तमान समस्या और अधिकार को लेकर विप्र सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश दादिया ने विप्र सेना की ओर से मांग की जिसमें ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10 से 14 प्रतिशत बढ़ाकर ओबीसी के समक्ष करने, पुजारी-साधु – संतों की सुरक्षा एवं उनके साथ दुर्व्यवहार को गैर जमानती अपराध घोषित करने, केंद्र सरकार द्वारा वित्त आयोग का गठन करने,
मंदिरों के पुजारियों को सम्मानजनक भत्ता देने, मंदिरों की जमीन से अतिक्रमण हटाने और परशुराम जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश देने की मांग की।
उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज ऐसी शक्ति है, जो समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट रखती है।
सांसद सीपी जोशी ने बोला कि ब्राह्मण समाज को सदैव एक रहना चाहिए। एक दूसरे को नीचा नहीं दिखाना चाहिए।
सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि आज तक विप्र समाज को कमजोर आँका जाता था, लेकिन इस महापंचायत ने कम आंकने वालों को जवाब दे दिया।
ब्राह्मण महापंचायत में सर्व समाज के नेता भी सम्मिलित हुए जिनमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया, विधानसभा उप नेता प्रतिपक्ष और विधायक राजेंद्र राठौड़, राजसमंद सांसद दीया कुमारी, पूर्व एमएलए और मंत्री गोलमा देवी, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी भी सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत देवी देवताओं के पूजन और हवन से हुई। इसके बाद पुष्प वर्षा और महिलाओं द्वारा की गई आरती से सभी पधारे हुए साधु संतों का स्वागत सत्कार किया गया।
इसके बाद प्रसिद्ध संत प्रकाश दास जी महाराज के द्वारा वंदे मातरम के गीत की प्रस्तुति की गई, जिस पर वहां उपस्थित लोग झूम उठे।
कार्यक्रम में पधारे साधु संतों ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। साथ ही शिव तांडव स्तोत्र पर बहुत ही सुंदर प्रस्तुति की गई।
कार्यक्रम के दौरान हेलीकॉप्टरों से भी पुष्प वर्षा की गई।
विप्र सेना के प्रमुख सुनील तिवाडी ने ब्राह्मण महापंचायत के दौरान आमजन को हुई असुविधा के लिए क्षमा याचना की।