जयपुर: राजस्थान यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर्स के प्रमोशन को लेकर छात्रों का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को एनएसयूआई कार्यकर्ता कुलपति और रजिस्ट्रार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान नाराज एनएसयूआई कार्यकर्ता कुलपति सचिवालय की छत पर चढ़ धरने पर बैठ गए। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने 6 घंटे बाद बमुश्किल कार्यकर्ताओं को नीचे उतारा। एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि सिंडिकेट की बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बावजूद कुलपति और रजिस्ट्रार मनमानी कर रहे हैं। जिससे प्रोफेसर को प्रमोशन में इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि पिछले लंबे वक्त से प्रोफेसर अपनी जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। बावजूद इसके कुलपति और रजिस्ट्रार छुट्टियां मनाकर पार्टियां कर रहे हैं। जो पूरी तरह गलत है। अगर जल्द से जल्द प्रोफेसर को प्रमोशन नहीं दिया गया तो हम आत्महत्या करेंगे।
बता दें कि कुलपति सचिवालय के बाहर साल 2001 से प्रमोशन का इंतजार कर रहे थे। असिस्टेंट प्रोफेसर 26 दिसंबर से धरने पर बैठे हैं। इस मामले को लेकर से पहले मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं अब एनएसयूआई ने प्रदर्शन कर प्रोफेसर्स के हक में फैसला देने की मांग की है। ऐसे में देखना होगा छात्रों के लगातार बढ़ते प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन प्रोफेसर्स को कब प्रमोशन देता है।