September 27, 2024

कोटपूतली-(संजय जोशी)कस्बे के सराय मौहल्ला स्थित राजकीय सरदार जनाना अस्पताल के सामने गुरूवार अल सुबह एक मकान में वृद्ध दंपति के शव पंखे पर बंधी साड़ी के अलग-अलग फंदे से झुलते हुए मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मरने वाले दंपति में पति रामलीला में रावण का किरदार निभाता था। साथ ही हाल ही में श्री रामलीला मण्डल कमेटी के अध्यक्ष पद से निवर्तमान भी हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी गौतम कुमार व एसएचओ सवाई सिंह मय जाप्ते के मौके पर पहुँच गये। पुलिस ने अंदर जाकर देखा तो मृतक रमेश चंद सुरोलिया (55) व उसकी पत्नी के शव फंदे से लटक रहे थे। दोनों के घुटने वहाँ लगे बैड व स्टुल पर आधे मुड़े हुए थे। कमरे के दरवाजे में कुंदी भी लगी हुई नहीं थी, वह अंदर से आधा बंद था। मृतक दंपति के कोई संतान भी नहीं थी। पुलिस ने दोनों के शव को राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जहाँ से पोस्टमार्टम करवाकर दोनों शवों को अन्य परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। जिनका गुरूवार को ही अन्तिम संस्कार भी हुआ। घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गये। जिसने भी यह घटना सुनी चौक पड़ा। सर्द सुबह में ऐसी खबर को लेकर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की चर्चायें भी चलती रही। हालांकि दंपति की मृत्यु संदेहास्पद थी। हालांकि पुलिस द्वारा प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का माना जा रहा है। फिर भी हत्या से इंकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि दोनों के शव एक ही फंदे से लटके हुए थे। जिससे मृत्यु होना पचने वाली बात नहीं है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि संतोष देवी को कुछ ही दिनों पूर्व कैंसर की बीमारी का पता चला था। जिससे दोनों बेहद मानसिक तनाव में थे। डीएसपी गौतम कुमार ने बताया कि दंपति के कमरे से एक डायरी मिली है, जिसमें आत्महत्या करने की बात भी लिखी हुई है। इसके अलावा डायरी में करीब 2-3 पेजों पर सम्पति एवं रूपयों के लेनदेन के साथ-साथ पत्नी की बीमारी का हवाला भी दिया गया है। जिसके कारण ही आत्महत्या की बात लिखी हुई है। हालांकि पुलिस घटनाक्रम में सभी पहलुओं पर जाँच की बात कह रही है। रामलीला में रावण का निभाता था किरदार :- दंपति में मृतक पति रमेश चंद सुरोलिया पिछले लगभग 25-30 वर्षो से कस्बे की रामलीला से जुड़ा हुआ था। हाल ही में उसने श्री रामलीला मण्डल कमेटी का अध्यक्ष पद छोड़ा था। वह अपने रावण के किरदार में अपने बेजोड़ अभिनय एवं बेहतरीन संवाद अदायगी के चलते बेहद मशहुर भी था। अधिकांश लोग रामलीला भी उसी के रावण के किरदार के लिए देखने जाते थे। कस्बे में लोग मृतक रमेश चंद को रावण सरकार एवं लंकेश आदि के नाम से सम्बोधित भी किया करते थे। लोगों का कहना है कि वह बेहद अच्छा कलाकार होने के साथ-साथ एक अच्छा व्यक्ति व हंसमुख स्वभाव का धनी भी था। स्थानीय लोगों ने आत्महत्या के दावे से किया इंकार :- हालांकि मामले में मृतक के चचेरे भाई नंदकिशोर शर्मा ने स्थानीय थाने में मृग रिपोर्ट में दर्ज कराया है कि रमेश की पत्नी संतोष को चिकित्सकों ने कैंसर मरीज घोषित कर दिया था। जिसके चलते दोनों ने तनावग्रस्त होकर भावुकता में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। फिर भी मृतक रमेश चंद के बेहद सकारात्मक सोच व जिंदा दिल स्वभाव का होने के कारण लोग उसके आत्महत्या की बात से इंकार कर रहे है। कमरे से मिली डायरी में भी पत्नी के कैंसर होने की बात बाद में लिखी गई है। लोगों का कहना है कि महज कैंसर होने की वजह से दंपति दर्दनाक मौत को गले नहीं लगा सकते। इसे लेनदेन एवं सम्पत्ति के किसी मामले से भी जोडकऱ देखा जा रहा है। फिलहाल पुलिस घटनाक्रम में स्थानीय लोगों से भी पुछताछ कर रही है। दंपति की संदिग्धावस्था में हुई मृत्यु कई बड़े सवाल व संदेह का घेरा भी छोड़ गई। मृतक दंपति जिस पंखे से लटके हुए थे, उसका हुक व पंखरी सलामत थी। जबकि दोनों का वजन डेढ़ क्विण्टल के लगभग था। इस पर एक पंखे व एक साड़ी से दो फंदे बनाकर आत्महत्या करना असम्भव सी बात है। फांसी लगाकर आत्महत्या करने में हाथ की हथेली खुल जाती है, जबकि यहां बंद थी।

मृतक पत्नी का हाथ पति के कंधे पर था। ऐसे में फांसी कैसे लगी यह समझ से बाहर है। दोनों मृतकों के घुटने स्टुल पर थे, ऐसे में मृतकों के बिना लटके फंदे का कसना व जीभ बाहर आना भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। कुछ लोगों का यह भी कहना था कि कैंसर की बीमारी का पता तीन या चार दिन पहले ही चला था। जिसका उपचार भी जारी था। दंपति के पास एक कुत्ता भी था, जिसका भी कोई अता पता नहीं है। बताया यह भी जा रहा है कि मृतक रमेश चंद व उसकी पत्नी संतोष पढ़े-लिखे नहीं थे। ऐसे में मानसिक तनाव के बीच वे तीन पेज का सुसाईड नोट कैसे लिख सकते है। जबकि उक्त सुसाईड नोट बेहद स्पष्ट व अच्छी हैंड राईटिंग में लिखा हुआ है। जो कि मृतकों द्वारा लिखा जाना असम्भव सा प्रतीत होता है। पुलिस ने उक्त डायरी को जप्त करके सील कर दिया है। जिसे एफएसएल में जाँच के लिए भेजा जायेगा। मौके से पुलिस ने और भी कई अहम साक्ष्य जप्त किये है। सुसाईड नोट जिस पेन से लिखा गया वह पुलिस को मिला या नहीं उसका भी अभी पता नहीं चला है। लोगों की शक की सुई इस बात पर भी घुम रही है कि उनकी हत्या कर फांसी के फंदे से लटकाया गया है। मृतक के कितने भाई-बहन, सम्पत्ति व दुकान आदि है, इसके बारे में भी अभी खुलासा नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जाँच कर रही है।

तहलका डॉट न्यूज