September 27, 2024

कोटपूतली-(मनोज पंडित)यहाँ के राजकीय एलबीएस पीजी महाविद्यालय की आईपीआर सेल, इनक्यूबेशन सेल व गांधी अध्ययन केंद्र एवं भारत सरकार के कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्रालय के बौद्धिक संपदा अधिकार विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट एवं भौगोलिक संकेतक विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. मनोज बायलान ने पेटेंट, ट्रेडमार्क, डिजाईन, कापीराईट व भौगौलिक संकेतक आदि की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि एक करोड़ से अधिक भारतीय नागरिकों को इस कार्यक्रम की जानकारी प्रदान करना। उन्होंने कहा कि यह द्वितीय चरण है। गत वर्ष प्रथम चरण जुलाई माह में पूर्ण हुआ है। अध्यक्षता कर रही प्राचार्य डॉ. उर्मिल महलावत ने मुख्य अतिथि डॉ. मनोज बायलान तथा आयोजक मंडल के सदस्यों व प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की आईपीआर सेल, इनक्यूबेशन सेल और गांधी अध्ययन केंद्र द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा। आज के समय में सभी शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को पेटेंट, ट्रेड मार्क, डिजाईन कॉपीराईट तथा भौगौलिक संकेतक का ज्ञान होना चाहिए अन्यथा आपकी मेहनत का कोई दूसरा व्यक्ति ही फायदा ले लेगा। कार्यशाला के कोर्डिनेटर तथा आईपीआर व इनक्यूबेशन सेल प्रभारी डॉ. सत्यवीर सिंह ने कार्यशाला के मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता डॉ. मनोज बायलान का परिचय करवाया। डॉ. सत्यवीर सिंह ने कार्यशाला तथा महाविद्यालय की आईपीआर सेल वह इन्क्यूबेशन सेल का परिचय देते हुए बताया कि महाविद्यालय के स्टूडेंट के साथ साथ महाविद्यालय के फैकेल्टी मेंबर्स भी अपने इनोवेटिव आइडियाज को बौद्धिक संपदा अधिकारों के अंतर्गत रजिस्टर्ड करवाकर वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उपर्युक्त विषयों की हमें जानकारी रहती है तो हमारी मेहनत का लाभ कोई दूसरा व्यक्ति या संस्था हमारी अनुमति के बिना नहीं ले सकता। प्रो. सुरेश कुमार यादव ने गांधी अध्ययन केंद्र का परिचय दिया तथा गांधी अध्ययन केंद्र के अंतर्गत संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। प्रो. देशराज यादव ने कार्यक्रम के अंत में फीडबैक फॉर्म भरवाया। इसी फीडबैक फॉर्म के आधार पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने की बात कही। संचालन डॉ. सत्यवीर सिंह ने किया। इस दौरान महाविद्यालय के संकाय सदस्य, शोधकर्ता व विधार्थी मौजूद रहे।

तहलका डॉट न्यूज