November 24, 2024
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कोटपूतली-(संजय जोशी)कस्बे के मौहल्ला बड़ाबास निवासी किशोरवय युवक विकास प्रजापति (20) की विगत 4 व 5 नवम्बर देवउठनी एकादशी की मध्य रात्रि को संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो जाने के प्रकरण में मंगलवार को दुसरा पहलु भी सामने आया है। उल्लेखनीय है कि उक्त प्रकरण में लगभग 50 दिनों का समय बीत चुका है। प्रकरण में लगातार मृतक के परिजन समेत सर्वसमाज व गठित संघर्ष समिति के लोग मामले का खुलासा करने के साथ-साथ निरन्तर दोषियों की गिरफ्तारी अथवा सीबीआई जाँच की माँग कर रहे है। वहीं पुलिस के हाथ अभी तक खाली है। इस सम्बंध में स्थानीय पुलिस को राजस्थान हाईकोर्ट से आरोपियान के पॉलीग्रॉफी टेस्ट की अनुमति भी मिल चुकी है। इस सम्बंध में आरोपित पक्ष की ओर से बड़ी संख्या में विभिन्न समाजों के लोगों ने मंगलवार को उपखण्ड कार्यालय तक पैदल मार्च कर मामले में पुलिस पर पक्षकारों पर बिना किसी सबुतों के पुलिस द्वारा बेवजह दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जाँच को लेकर मुख्यमंत्री के नाम डीएसपी गौतम कुमार व एसडीएम ऋषभ मण्डल को ज्ञापन सौंपा। इस सम्बंध में श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष रामलाल सोनी व अम्बेडकर विचार मंच के अध्यक्ष एड. सतीश निमोरिया समेत आरोपितों के परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में पुलिस द्वारा बार-बार युवकों को परेशान किया जा रहा है। पुलिस बिना किसी बात के रोजाना दिन व रात्रि के वक्त बुलाकर पुछताछ करती है। इससे मामले में नामजद युवक व उनके परिजन बुरी तरह से मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे है। जबकि उनके द्वारा लगातार पुलिस को जाँच में सहयोग किया जा रहा है। आरोपित पक्ष का कहना है कि घटना एक हादसा है, मामले को राजनैतिक दबाव के चलते जबरन तुल दिया जा रहा है। इसलिए पुलिस बिना किसी दबाव में आये निष्पक्ष व न्यायिक जाँच कर प्रकरण का पटाक्षेप करें। साथ ही जाँच में हुई प्रगति रिपोर्ट से आमजन को भी रूबरू करवाये। ताकि दुध का दुध व पानी का पानी हो सकें। वक्ताओं ने यह भी कहा कि पुलिस को पॉलीग्रॉफी टेस्ट की अनुमति मिली है, उसमे भी भरपुर सहयोग किया जायेगा। लेकिन राजनैतिक दबाव में आकर किसी भी निर्दोष को प्रकरण में जबरन ना फंसाया जायें। ज्ञापन की प्रतिलिपी एएसपी विधा प्रकाश व एसएचओ सवाई सिंह को भी सौंपी गई। इस दौरान श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सोनी, महासचिव मनोज सोनी, रोहिताश भगतजी, मेवाराम पायला, घीसाराम पायला, मंगलराम, नानक वाल्मिकी, हनुमान सरपंच, रामकरण नून, पूरण नून, राजवीर, यशवंत सोनी, एड. जीतु नैनावत, सत्यवीर सोनी, पूर्व सरपंच यादराम सिरोडिय़ा, जीतु आर्य, सुभाष चंद महरानियां, नवरत्न गोठवाल, श्याम सुंदर आर्य, महेन्द्र अवाना व प्रवीण शर्मा समेत अन्य मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि विगत 4 दिसम्बर की रात्रि को करीब 8 बजे कस्बे के मौहल्ला बड़ाबास निवासी युवक विकास उर्फ अकबर उर्फ लट्टु (20) अपने मित्र नवरत्न सोनी व राहुल सोनी के साथ किसी समारोह में गया था। शनिवार 5 नवम्बर की अल सुबह 7 बजे युवक के परिजनों को सूचना मिली कि आपके लडक़े विकास की मृत्यु हो गई है। जिसका शव राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा है। सूचना पर मृतक के परिजन जिला अस्पताल पहुँचे। जहाँ मोर्चरी में उसके शरीर पर चोट के निशान भी देखे गये। इस सम्बंध में मृतक के पिता प्रकाश चंद कुमावत ने हत्या की आशंका जताते हुए विगत 5 नवम्बर को स्थानीय थाने में नामजद मामला भी दर्ज करवाया था। परिजनों का आरोप है कि मृतक के शरीर पर चोट व रस्सीनुमा चीज से बांधे जाने के निशान थे। साथ ही उसके अन्डर गारमेंट्स व जुते एवं मोबाईल भी गायब थे।

पुलिस जान बुझकर मामले को भटका रही है। अभी तक उसके अन्डर गारमेंट्स व मोबाईल को बरामद नहीं किया गया है। जबकि मृतक के जुते व एक बिजली का तार घटना स्थल के पास से पूर्व में ही बरामद कर लिया गया था। वहीं पुलिस द्वारा अब तक की जाँच में सामने आये तथ्यों की जानकारी भी पीडि़त पक्ष अथवा प्रैस के आगे नहीं रखी गई है। जिसके चलते मामले में उलझन व पेचीदगी लगातार बनी हुई है। बहरहाल मामले में सच्चाई जो भी हो, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालियां निशान जरूर खड़ा कर दिया है।पुलिस को मिली पॉलीग्रॉफी टेस्ट की अनुमति :-इस सम्बंध में पुलिस को राजस्थान हाईकोर्ट से पॉलीग्रॉफी टेस्ट की अनुमति मिल चुकी है। डीएसपी गौतम कुमार ने बताया कि मृतक के साथ मौजूद सभी सातों आरोपियों का पॉलीग्रॉफी टेस्ट करवाया जायेगा। इसकी अनुमति कोर्ट ने दे दी है। अब जयपुर ग्रामीण एसपी कार्यालय की ओर से टेस्ट का दिन तय किया जायेगा। जिसके बाद एफएसएल के द्वारा ये टेस्ट करवाये जायेगें। सभी आरोपियों के शरीर को तारों के माध्यम से जोड़ा जाकर विशेषज्ञों की निगरानी में यह टेस्ट किया जायेगा कि व्यक्ति सत्य बोल रहा है या झुठ। इसके लिए कुछ सवाल पुछे जायेगें, जिसके बाद दिल की धडकऩ व बी.पी. के उतार-चढ़ाव से निष्कर्ष निकाला जायेगा। जल्द ही इसकी एफएसएल लैब से तारिख तय हो जायेगी। दरअसल पुलिस को इस बात का संशय है कि मृतक के साथ मौजूद युवकों ने उसकी हत्या की है या नहीं। क्योंकि इस बाबत कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगे है। इसका दुसरा पहलु यह भी है कि पुलिस पर लगातार जाँच का दबाव बढ़ता जा रहा है।