November 24, 2024
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जयपुर- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा के बाद से प्रत्याशी के चयन को लेकर अटकलों पर तो अशोक गहलोत के प्रत्याशी घोषित होने के बाद विराम लग गया। मगर गहलोत के उत्तराधिकारी के नाम को लेकर अब गहमागहमी जारी है। गहलोत के प्रत्याशी बनाए जाने से पहले तक यही कयास लगाए जा रहे थे कि शायद गहलोत को बजट घोषित होने तक मुख्यमंत्री बने रहने दिया जाएगा।

जिसको लेकर खुद मुख्यमंत्री ने भी यह संकेत दे दिए थे कि शायद बजट सत्र समय से पहले हो सकता है। इसी को लेकर इसी माह में चली विधानसभा की कार्यवाही का सत्रावसन करने के बजाय स्थगित किया गया था।
मगर राहुल गांधी के एक व्यक्ति एक पद के प्रति दिखाए गए कठोर रुख के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि नामांकन से पहले गहलोत मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देंगे। इसी कड़ी में नए मुख्यमंत्री को लेकर गहमा गहमी तेज हो गई है।

गहलोत का नाम अध्यक्ष के प्रत्याशी के लिए घोषित हो जाने के बाद से ही सचिन पायलट जिस तरह से विधानसभा में विधायकों से मिले, विधानसभा में ही सीपी जोशी और महेश जोशी से मिले। इसी तरह सचिन पायलट के आवास पर भी गहलोत समर्थक कुछ बड़े नेताओं ने मुलाकात की इन सब से तो यही समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के लिए सचिन पायलट का नाम लगभग तय है!

कल दोपहर को सचिन पायलट अचानक दिल्ली गए उसके बाद आलाकमान ने अजय माकन और के सी वेणुगोपाल को विधायकों की रायशुमारी के लिए जयपुर भेजने के निर्देश दिए,उससे भी यह संकेत मिलता है कि अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो पायलट ही राजस्थान सरकार के पायलट हो सकते हैं। मगर फिलहाल अशोक गहलोत किसी भी हालत में पायलट के नाम से सहमत नहीं बताए जा रहे।

इतना जरूर है कि पायलट और जोशी की मुलाकात के बाद अब जाट सीएम के नाम पर लालचंद कटारिया का नाम सामने आ रहा है।
इन सभी उधेड़बुन के बीच आज शाम को विधायक दल की बैठक होगी जिसमें ज्यादा बखेड़ा न हो इस को ध्यान में रखकर विधायक दल की बैठक में आलाकमान द्वारा सुझाए गए किसी एक विधायक के नाम को सामने रखा जा सकता है। या विधायकों की राय जानकर उसे दिल्ली भेजा जा सकता है। और दोनों ही फॉर्मूला नहीं अपनाकर एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया जा सकता है जिसमें कहा जा सकता है कि आलाकमान का फैसला सबको सर्वमान्य होगा।

तहलका डॉट न्यूज