कोटपूतली- विश्व पटल पर भारतीय साहित्य व संस्कृति की बही बयार में कोटपूतली के वरिष्ठ कवि एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के जिलाध्यक्ष रमाकांत शर्मा ‘सुमन’ विश्व के सबसे बड़े वर्चुअल कवि सम्मेलन में काव्य पाठ करते नजर आए। राष्ट्रीय स्तर की पंजीकृत संस्था बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के सौजन्य से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल कवि सम्मेलन में 35 देशों से हजारों की संख्या में हिंदीभाषी साहित्यकारों ने हिस्सा लिया। संस्था के संस्थापक विवेक बादल बाजपुरी एवं संरक्षक पंकज शर्मा के आमंत्रण पर सम्मेलन में शामिल हुए रमाकांत शर्मा ने सरस्वती वंदना के बाद ‘भ्रूण हत्या, पर्यावरण, देशभक्ति, आजादी का अमृत महोत्सव, गुरु, मात-पिता सहित विभिन्न विषयों पर काव्य पाठ किया। कोटपूतली सहित आसपास के क्षेत्र से एकमात्र कवि रमाकांत शर्मा को इस आयोजन में आमंत्रित किया गया था। शर्मा ने विश्व पटल पर काव्य पाठ करके वैश्विक स्तर पर कोटपूतली क्षेत्र, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। सत्र का संचालन एमपी की कवियत्री अनामिका चौकसे ने किया। क्षेत्र के अनेक कलमकारों ने इसके लिए शर्मा को बधाई दी।
35 देश और 350 घंटे
इस कवि सम्मेलन ने अनवरत 350 घंटे का आयोजन कर विश्व स्तर पर रिकॉर्ड बनाया और यह विश्व का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल कवि सम्मेलन घोषित हुआ। आयोजन में भारत सहित नेपाल, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, रुस, जर्मनी, मलेशिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, भूटान, दुबई, मॉरीशस, ओमान सहित विश्व के 35 देशों से हजारों की संख्या में हिंदीभाषी साहित्यकार शामिल हुए। सम्मेलन का सीधा प्रसारण बुलंदी के यूट्यूब चैनल के साथ-साथ हिंदी टाइम्स मीडिया कनाडा द्वारा अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड एवं ऑस्ट्रेलिया के स्थानीय चैनलों पर लाइव प्रसारण किया गया। यह कवि सम्मेलन इंडिया वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। विगत वर्ष भी संस्था ने 207 घंटे का वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया था। इस वर्ष संस्था ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
फोटो–रमाकांत शर्मा।