September 22, 2024

स्वामी जी का प्रण अटूट था और वह प्रण यही था- मतांतरण रोकना है, जनजातीय अस्मिता जागरण :- पृथ्वी सिंह भोजपुरा

ब्यावर: सम्राट पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति एवं चौहान छात्रावास के संयुक्त तत्वावधान में आशापुरा माता धाम प्रांगण में ब्यावर परियोजना प्रमुख लक्ष्मीनारायण, सहप्रमुख पृथ्वी सिंह भोजपुरा एवं पूर्णकालिक प्रमुख भगत सिंह के सानिध्य में सनातन धर्म रक्षक स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती के बलिदान दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।

स्वामी जी के जीवन का पुण्य स्मरण करते हुए पृथ्वी सिंह भोजपुरा ने बताया कि ओड़िशा के वनवासी बहुल फूलबाणी (कन्धमाल) जिलेके के गांव गुरुजंग में 1924 में जन्मे, जो बचपन से ही दु:खी-पीड़ितों की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर देने का संकल्प मन में पालते रहे। गृहस्थ और दो संतानों के पिता होने पर भी अंतत: एक दिन उन्होंने अपने संकल्प को पूरा करने के उद्देश्य से साधना के लिए हिमालय की राह पकड़ ली। 1965 में वे वापस लौटे और गोरक्षा आंदोलन से जुड़ गए।

प्रारंभ में उन्होंने वनवासी बहुल फूलबाणी (कन्धमाल) जिले के गांव चकापाद को अपनी कर्मस्थली बनाया। कुछ ही वर्षों में वनवासी क्षेत्रों में उनके सेवा कार्य गूंजने लगे, उन्होंने वनवासी कन्याओं के लिए आश्रम- छात्रावास, चिकित्सालय जैसी सुविधाएं कई स्थानों पर खड़ी कर दीं और बड़े पैमाने पर समूहिक यज्ञ के कार्यक्रम संपन्न कराए।

उन्होने पूरे जिले के गांवों की पदयात्राएं कीं। वहां मुख्यत: कंध जनजातीय समाज ही है। उन्होने उस समाज के अनेक युवक – युवतियों को साथ जोड़ा और जगह-जगह भ्रमण किया। देखते-देखते सबके सहयोग से चकापाद में एक संस्कृत विद्यालय शुरू हुआ।

सन् 1970 से दिसंबर 2007 तक स्वामी जी पर 8 बार जानलेवा हमले किए गए। मगर इन हमलों के बावजूद स्वामी जी का प्रण अटूट था और वह प्रण यही था- मतांतरण रोकना है, जनजातीय अस्मिता जगानी है। स्वामी जी कहते थे- “वे चाहे जितना प्रयास करें, ईश्वरीय कार्य में बाधा नहीं डाल पाएंगे।
आज ही के दिन 2008 में हथियारबंद विधर्मियों ने स्वामी जी की हत्या कर दी थी। किंतु जगाई जागृति के कारण आज भी ओडिशा के जनजाति वर्ग में जागरण का कार्य अनवरत जारी हैं।

इस अवसर पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान समिति अध्यक्ष विक्रान्त सिंह रावत, रामपाल सिंह किशनपुरा, कालू सिंह नंगपुरा, चौहान सेना प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रताप सिंह राजियावास विजय सिंह मुंडोति, भानु प्रताप सिंह, अशोक सिंह, कुलदीप सिंह रावला का बाड़िया, ओम सिंह गहलोत शाहपुरा, सुनील सिंह चौहान, गोविंद सिंह हाड़ा, सुनील फुलवारी, नरेश तिवारी सहित कई कार्यकर्ताओं ने स्वामी जी को पुष्पांजलि अर्पित कर स्मरण किया।

तहलका डॉट न्यूज (गजेंद्र कुमार)