क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुरा खुर्द के छात्र घनश्याम, डॉ. हुकुम व छात्रा चन्द्रप्रभा ने किया कमाल
आरपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में प्राप्त की सफलता
राजनीति विज्ञान में थी प्रदेश भर की कुल 57 सीेंटे, जिसमें अकेले ग्राम कल्याणपुरा खुर्द ने मारी 3 पर बाजी
कोटपूतली:(संजय कुमार जोशी)
कहावत है कि मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दें। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है क्षेत्र के आदर्श ग्राम कल्याणपुरा खुर्द की युवा प्रतिभाओं ने जिनकी सफलता ने प्रदेश भर में डंका बजा दिया है। जी हाँ, कल्याणपुरा खुर्द ग्राम से एक साथ तीन विधार्थियों का चयन आरपीएससी द्वारा आयोजित सहायक आचार्य परीक्षा में हुआ है।
कमाल की बात यह है कि आरपीएससी द्वारा आयोजित राजनीति विज्ञान के सहायक प्रोफेसर हेतु कुल 57 सीटें थी। जिनमें से अकेले ग्राम कल्याणपुरा की तीन प्रतिभाओं ने सफलता अर्जित की है। इनमें घनश्याम कसाना पुत्र धंशीराम गुर्जर ने 25 वीं रैंक हांसिल की है। घनश्याम सामान्य किसान परिवार से आते है। उनके पिता किसान व माता गृहणी है, जबकि चाचा सुरेश कसाना दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत है एवं क्षेत्र के मशहुर डेयरी व्यवसायी व समाजसेवी भी है।
सुरेश वर्तमान में बीकानेर स्थित राजस्थान पशुपालन एवं पशु विज्ञान विश्वविधालय में प्रबंधक मण्डल सदस्य के तौर पर भी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है। घनश्याम ने बताया कि परिजनों की प्रेरणा व निरन्तर अध्ययन से ही उन्होंने यह सफलता अर्जित की है। इसी प्रकार एक सामान्य किसान परिवार से आने वाले डॉ. हुकुम चंद गुर्जर ने भी 33 वीं रैंक हांसिल करते हुए सफलता अर्जित की है। डॉ. हुकुम के पिता नरसी राम भी सामान्य किसान व माता गृहणी है।
उन्होंने हाल ही में राजस्थान विश्वविधालय से पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त की थी। डॉ. हुकुम का कहना है कि लक्ष्य बनाकर ईमानदारीपूर्वक कड़ी मेहनत की जायें तो जीवन में सफलता अवश्य मिलती है। इसी प्रकार ग्राम कल्याणपुरा की चन्द्रप्रभा मीणा ने भी 38 वीं रैंक हांसिल की है। चन्द्रप्रभा के पिता रामचन्द्र मीणा भी प्रोफेसर पद पर कार्यरत है।
चन्द्रप्रभा ने बतौर स्कूल व्याख्याता पद पर कार्यरत रहते हुए यह सफलता अर्जित की है। तीनों प्रतिभाओं की सफलता से ग्राम कल्याणपुरा खुर्द में उत्साह व उल्लास का माहौल है। उल्लेखनीय है कि निरन्तर बन रहे शैक्षणिक वातावरण से अब उक्त गाँव आदर्श गाँव के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। कल्याणपुरा से अभी तक 6 प्रतिभायें सहायक प्रोफेसर के रूप में चयनित हो चुकी है। इससे पूर्व जगराम गुर्जर समाज शास्त्र व कौशल मीणा इंजीनियरिंग कॉलेज में सहायक प्रोफेसर बन चुके है।
वहीं डॉ. राजेन्द्र कसाना जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े राजकीय एसएमएस मेडीकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर है। कल्याणपुरा खुर्द में शैक्षणिक वातावरण से निरन्तर प्रतिभायें राजकीय सेवाओं में अपनी जगह बना रही है। वहीं बड़ी संख्या में विधार्थियों का चयन मेडीकल कॉलेज में भी हो चुका है। युवाओं का आगामी वर्षो में उच्च शिक्षा के साथ-साथ सिविल सेवाओं की ओर भी रूझान है। प्रो. जगराम गुर्जर ने बताया कि कल्याणपुरा खुर्द में शराब की कोई दुकान नहीं है, ग्रामीण बड़े पैमाने पर शराब व मास के सेवन जैसी चीजों से दुरी बना चुके है। साथ ही सभी समाजों के लोग परस्पर एक-दुसरे की सहायता भी करते है। बहरहाल कल्याणपुरा खुर्द के युवाओं की सफलता की चर्चा पुरे क्षेत्र में है। आगामी दिनों में अन्य प्रतिभायें भी इसी प्रकार सफलता अर्जित करेगी।
तहलका डॉट न्यूज