कोटपूतली :(संजय कुमार जोशी)
आर्य समाज ने अपनी संस्था का विस्तार करते हुए रविवार को ग्राम चेचीका नांगल में आर्य समाज की स्थापना की। मंत्री रमेश कुमार आर्य ने बताया कि स्वामी आदित्यानंद की प्रेरणा से ग्राम चेचीका नांगल में वैदिक संस्कृति को आगे बढ़ाने हेतु आर्य समाज की स्थापना की गई।
स्वामी आदित्यानद ने बताया कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने पहली बार 10 अप्रैल 1875 मुंबई में प्रथम आर्य समाज की स्थापना की, उसके उपरांत देश-विदेशों में आर्य समाज वैदिक सिद्धांतों को बढ़ाने का कार्य कर रहा है। हाल ही में इलीट पब्लिक स्कूल गोनेड़ा में लगाए गए दो दिवसीय लघु गुरुकुल सत्र में ग्राम के युवाओं ने वैदिक संस्कृति, धर्म और राष्ट्र की वास्तविक स्थिति को जाना और कार्य को आगे बढ़ाने हेतु अपने गांव में आर्य समाज स्थापित करने का निर्णय लिया।
स्वामी आदित्यानंद ने बताया कि समाज में फैली कुरीतियों, अंधविश्वास, दुरव्यसनों एवं पाखंड को दूर करने व शिक्षा, संस्कारों के लिए आज प्रत्येक गांव कस्बे में आर्य समाज का होना आवश्यक है। इससे पूर्व कृष्ण कुमार आर्य के परिवार में हवन किया गया, जगदीश आर्य ने ईश्वर भक्ति का भजन सुनाया। 11 सदस्य कार्यकारिणी में संरक्षक घीसाराम आर्य, प्रधान रामखिलाडी, मंत्री महेश कुमार, कोषाध्यक्ष लालाराम आर्य, उप प्रधान कृष्ण कुमार आर्य एवं नरेश व अनिल को हवन के लिए प्रेरित करने हेतु यज्ञमित्र एवं बनवारीलाल, सुनील, विकास तथा सुबेसिंह को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया।
इस दौरान पूर्व प्रधान जयराम आर्य, बनवारी लाल आर्य, धोलाराम, राजेश आर्य, कोषाध्यक्ष शीशराम यादव, अशोक आर्य, महेश टांक, राजेंद्र प्रसाद हिंदू आदि उपस्थित रहे।
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