भीषण गर्मी में पिता के अन्तिम संस्कार के लिए घण्टों तक इंतजार करती रही चार बेटियां
कोटपूतली :(संजय कुमार जोशी)
एक ओर जहाँ सरकार व समाज देश सेवा में अपना योगदान देने वाले सैनिकों व उनके परिवारों का सम्मान किये जाने के नारे लगाते नहीं थकते, वहीं दूसरी ओर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के नारे के साथ-साथ बेटा-बेटी एक समान की योजनायें भी लाते है। लेकिन दूसरी ओर इसी समाज का काला चेहरा यह भी है कि अपने पिता की अन्तिम यात्रा में कंधा देने के लिए आई चार बेटियों को दबंगों के कारण भीषण गर्मी में घण्टों का इंतजार करना पड़ जाता है।
वह भी जब मरने वाला पिता एक पूर्व सैनिक है। मामला निकटवर्ती ग्राम पंचायत टोरडा रामपुरा का है। जहाँ दबंगों ने पूर्व सैनिक की शव यात्रा रोक दी। पूर्व सैनिक पिता की मृत्यु हो जाने के बाद चारों बेटियां अन्तिम संस्कार के लिए शव यात्रा को कांधा देकर संस्कार के लिए श्मशान ले जा रही थी। लेकिन श्मशान जाने वाले रास्ते में दबंगों ने कचरा, लकडिय़ां व पत्थर डालकर अतिक्रमण कर रखा था।
स्थानीय लोगों ने जब रास्ता साफ करना चाहा तो दबंगों ने उन्हें भी रोक दिया। बेटियां अपने पिता की शव यात्रा को भीषण गर्मी में कंधे पर लेकर खड़ी रही लेकिन दबंगों का दिल तब भी नहीं पसीजा। जिसके बाद शव यात्रा में शामिल लोग शव को नीचे रखकर धरने पर बैठ गये। जिसकी वजह से करीब चार घण्टे तक वृद्ध की शव यात्रा भीषण गर्मी में रूकी रही।
दरअसल में पुत्र ना होने के कारण चारों बेटियां ही अपने पिता का अन्तिम संस्कार कर रही थी। मामला ग्राम पंचायत टोरडा रामपुरा में वार्ड नं. 3 में जोहड़ की भूमि का है। जहाँ रूड़ी व कचरा डालकर श्मशान जाने वाले रास्ते को रोका गया था। सूचना पर डीएसपी डॉ. संध्या यादव, प्रागपुरा एसएचओ हवासिंह यादव, तहसीलदार मुकेश अग्रवाल समेत भारी मात्रा में पुलिस प्रशासन का अमला मौके पर पहुँचा व समझाईश के बाद जेसीबी की सहायता से रास्ता खुलवाकर मृतक का अन्तिम संस्कार करवाया गया। मृतक चन्द्रभान मुलोदिया भारतीय सेना से सेवानिवृत थे एवं समाज सेवा के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी में बतौर राजनैतिक कार्यकर्ता भी कार्य कर रहे थे। जिनका बीमारी के चलते निधन हो गया। उन्हें चारों बेटियों क्रमश: पूनम, मोहिनी, पूजा व प्रियंका ने श्मशान घाट तक कांधा देकर अन्तिम संस्कार किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक माह पूर्व भी प्रशासन गाँवों के संग अभियान के दौरान भी उक्त रास्ते की समस्या की जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी गई थी। लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस सम्बंध में तहसीलदार मुकेश अग्रवाल ने बताया कि जोहड़ सरकारी भूमि है। जिसके रास्ते में कचरा, रूड़ी व छड़ी आदि हटाकर रास्ते को खोल दिया गया है। इस दौरान सरपंच महंत प्रेमनाथ, अमरसिंह, खैरातीलाल, बनवारी, ग्यारसीलाल, कृष्ण, सुगनचंद, पवन, रामावतार, जगदीश, खडग़ सिंह, मूलचंद, पंसस संतोष, सुरेश, कैलाश, राजेन्द्र, मातादीन आदि ग्रामीण भी मौजूद रहे।
तहलका डॉट न्यूज