March 29, 2024

‘आगरा’ हिंदुस्तान का वो शहर जहां कई वर्षों तक मुग़लों का राज रहा. मुग़ल शासकों ने कला, धर्म, संस्कृति और खानपान को लेकर दुनियाभर में अपना एक गहरा प्रभाव छोड़ा है. यही वजह है कि, आज भी आगरा में आपको वहां की सभ्यता और कला में मुग़लकाल की छाप दिखाई देगी. फिर चाहे वो मुग़ल स्टाइल में बनी कोई इमारत हो, या वहां का भोजन.

आज हम आपको आगरा की उस फेमस स्वीट एन्ड फ़ास्ट फ़ूड प्वाइंट वाले के बारे में बताने जा रहे है जो किसी पहचान का मोहताज नहीं.आगरा नेहरू नगर में लगने वाली भीड़ को देख लोग चौक जाते है.काम कोई छोटा या बड़ा नहीं होता, अगर इंसान ठान ले तो अपने जूनून को व्यवसाय का रूप देकर अपनी किश्मत को बदला जा सकता है.

आगरा की शान और पहचान भगत हलवाई (नेहरू नगर)

हम बात कर रहे है “भगत हलवाई” की जिन्होंने आज से करीब 226 साल पहले अपने काम की शुरुवात की थी. इनकी फ़ूड बनाने की वो खूबियां आज भी पुरानी हैं जो जीभ को बुरी तरह से व्याकुल कर देने का सामर्थ्य रखती हैं.

कहते हैं कि उस समय दुकान पर मिठाई और भोजन पकाने के लिये चारकोल नहीं, बल्कि गाय के गोबर से बने कंडे और लकड़ी का प्रयोग किया जाता था. कंडे और लकड़ी पर भोजन बनाने से उसका स्वाद दोगुना हो जाता है.

इनकी शॉप को जितना स्थानीय लोग पसंद करते हैं उतना ही बाहर से आए पर्यटक भी करते हैं और खास बात है ये शॉप काफी पुरानी भी है.इनकी मिठाइयां हमेशा आपको और ज्यादा खाने के लिए उकसाती रहेंगी.मिठाइयों के साथ आप स्नैक्स,चाट,फ़ास्ट फ़ूड के उत्पाद जैसे कचोरी,समोसा,खमण जैसे जायकों का भी आनद ले सकते हैं.

ये सभी मिठाइयां समय के अनुसार पारंपारिक तरीके से बनाई जाती हैं.यहां सीजन में बनने वाली मिठाई जैसे सर्दियों में गजक,गोंद के लड्डू,गाजर हलवा, खाना न भूलें.हलवा और रसगुल्ले के अलावा, आपको इनकी नमकीन भी ज़रूर ट्राई करने चाहिए.

यूँ तो मिठाई की दुकानें आगरा के हर कोने में मिल जाती है.मगर आगरा (नेहरू नगर)में “भगत हलवाई वालो” के यहां का स्वाद और गुणवत्ता के मामले लाजवाब है.

शाम के टाइम यह अपनी पूरी रंगत में आ जाता है. और यहां फूड खाने वालों की काफी भीड़ नजर आती है.अगर आप आगरा में है और इनका का स्वाद न लें तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी.

तहलका डॉट न्यूज