(जे पी शर्मा)- जयपुर प्रतापनगर सांगानेर के कुंभा मार्ग सेक्टर 86 स्थित संत शुकदेव पार्क में आयोजित 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ शुक्रवार को अग्नि प्रज्जवलन के साथ शुरू हुआ। इससे पूर्व देवपूजन, मंडल पूजन और देवमाता गायत्री, युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य, भगवती देवी का पूजन किया गया। व्यवस्थापक रणवीर सिंह चौधरी ने बताया कि अग्नि स्थापन और अन्य क्रियाएं संपन्न होने के बाद गायत्री, महामृत्युंजय महामंत्र के साथ विश्व कल्याण की कामना के साथ यज्ञ भगवान को आहुतियां अर्पित की गई। कोरोना महामारी के निवारण के लिए विशिष्ट मंत्रों के साथ भी आहुतियां अर्पित की गई। इस दौरान होता है सारे विश्व का कल्याण यज्ञ से जल्दी प्रसन्न होते है भगवान यज्ञ से…
जैसे प्रज्ञागीतों की भावभरी प्रस्तुतियां भी दी गई।
शांतिकुंज हरिद्वार से आए टोली नायक सुनील शर्मा ने कहा कि आज देश में विचार क्रांति की आवश्यक्ता है। क्योंकि अधिकांश लोगों के विचार दूषित हो चुके है। लोग झूठ, भ्रष्टाचार, आडंबर, फरेब को सही ठहरा रहे है। ऐसे में वैचारिक सहित सभी प्रदूषणों को समाप्त करने के लिए यज्ञ बहुत महत्वपूर्ण है। यज्ञ केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं एक वैज्ञानिक प्रयोग है। जहां भी यज्ञ होते हैं वहां बीमारियों का असर कम होता है। इससे पूर्व शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञायोग और प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। शाम को सर्व सुलभ गायत्री साधना पर संगीत और प्रवचन हुए।
कल होंगे विविध संस्कार: एक जनवरी को सुबह साढ़े आठ से साढ़े ग्यारह बजे तक गायत्री महायज्ञ के साथ पुसंवन, नामकरण, विद्यारंभ, दीक्षा, यज्ञोपवीत, जन्म दिवस सहित विविध संस्कार करवाए जाएंगे। शाम छह से रात्रि आठ बजे तक सद्गंरथ स्थापना दीपयज्ञ, संगीत और प्रवचन का कार्यक्रम होगा। दो जनवरी को सुबह छह से साढ़े सात बजे तक शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञायोग और प्राणायाम और सुबह साढ़े आठ से साढ़े ग्यारह बजे तक गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी।