September 20, 2024

जयपुर-श्री बालाजी जन कल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित हाथोज धाम दक्षिण मुखी बालाजी के सभागार में19 दिसंबर रविवार को अध्यात्म ज्योतिष वैश्विक परिदृश्य में एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष संगोष्ठी एवं विद्वत सम्मान समारोह आयोजित किया गया। पं गोविंदनारायण भातरा ने बताया कि जिसके मुख्य अतिथि संस्कृत शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने अपने संदेश द्वारा वैश्विक महामारी के कारण संपूर्ण विश्व में व्याप्त विषाद के कारण प्रत्येक व्यक्ति के तनावग्रस्त होने में अध्यात्म एवं ज्योतिष की महती भूमिका पर प्रकाश डाला ।

संगोष्ठी के अध्यक्ष संस्कृत शिक्षा राजस्थान के संयुक्त निदेशक एवं प्रख्यात ज्योतिर्विद प्रो भास्कर शर्मा ने ज्योतिष शास्त्र के द्वारा समस्त प्रकार के रोगों चाहे वह मनोरोग हो या शारीरिक रोग उन सब का समाधान बताते हुए आगामी नव संवत्सर 2079 का वर्षफल भी सभी विद्वानों के सामने रखा एवं शनि व गुरु ग्रह के प्रभाव से वैश्विक महामारी कोविड-19 के समाप्त होने का संकेत दिया ।

संगोष्ठी के आयोजक दक्षिण मुखी बालाजी धाम के स्वामी बालमुकुंद आचार्य ने श्री बालाजी धाम हाथोज के दक्षिण मुखी होने की लंका, यम व शनि पर विजय प्राप्त करने तथा धाम की पुरातन ऐतिहासिक संत परम्परा का वर्णन करते हुए अध्यात्म विषय पर विवेचना की। स्वामी बालमुकुन्दाचार्य ने प्रत्येक वैष्णव को नित्य संध्या एवं मंत्र जाप अवश्य करने की महत्ता बतायी।

उन्होंने कहा कि मंत्र के जाप करने से बालक मननशील तो होता ही है साथ ही उसकी मेधा शक्ति व स्मृति कई गुना अधिक बढ़ती है। संगोष्ठी में वैदिक रमल ज्योतिष आचार्य एवं वास्तुविद आचार्य अनुपम जौली ने भी वर्तमान परिदृश्य में ज्योतिष की महती भूमिका बताई। संगोष्ठी में पधारे हुए डॉ अरुण कुमार शर्मा ,, प्रोफेसर भोजराज शर्मा, प्रोफेसर मोहन लाल शर्मा, सहायक प्रोफेसर आलोक शर्मा, दिनेश बरवाड़ा, डॉ राजेश्वर आदि विद्वानों ने शोध पत्र वाचन किया।

श्री बाला जी जन कल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा प्राप्त आलेखों का प्रकाशन कराया जाएगा। समारोह के द्वितीय सत्र में वैदिक एवं ज्योतिष तथा संस्कृत के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विद्वानों आचार्य श्री राम चतुर्वेदी, पंडित भोजराज शर्मा, पंडित अरुण कुमार शर्मा, श्री रमेश वशिष्ठ, डॉ कमल किशोर चोटिया, डॉ सी.पी.शर्मा, प्रोफेसर मोहन लाल शर्मा, पंडित लीलाधर शास्त्री एवं डॉ आलोक शर्मा का शॉल श्रीफल अभिनंदन पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। समारोह में श्री पुरुषोत्तम दास महंत दक्षिण मुखी बालाजी का पावन सानिध्य रहा। गलता पीठाधीश्वर श्री सुदर्शनाचार्य जी ,रानोली स्थित श्री जानकी दास मंदिर के महंत श्री मुनेश दास जी , समग्र आचार्य पंडित घनश्याम दत्त शास्त्री जी,आदि ने भी संबोधित किया।

प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियाबन्धूओं का भी स्वागत किया। संगोष्ठी के सफल आयोजन हेतु स्वागत समिति के डॉ मुरली मनोहर जोशी, पंडित गोविंद नारायण भातरा , अक्षय खांडल, गौरव बाजपेई, सुनील सोनी, राम प्रकाश वैद, महेश शर्मा , जितेंद्र सिंह निर्माण के द्वारा आए हुए समस्त अतिथियों विद्वानों का अभिनंदन पत्र , दुपट्टा व श्रीफल के द्वारा स्वागत किया। महंत पुरुषोत्तम दास जी मंगल हारा ने पधारे हुए समस्त संत महंत शिक्षाविद ज्योतिषाचार्यों व सभी विद्वानों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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