जयपुर- जयपुर के विद्याधर नगर में आज कांग्रेस की ऐतिहासिक राष्ट्रीय रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगपतियों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि दो शब्दों का एक मतलब नहीं हाे सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिंदू दूसरा शब्द हिंदुत्ववादी यह एक चीज नहीं है, यह दो अलग- अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है।
मैं हिदू हूं लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।उन्होंने कहा कि हिंदू और हिंदुत्ववादी में फर्क होता है। हिंदू सत्य को ढूंढता है। मर जाएगा कट जाएगा फिर भी हिंदू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। पूरी जिन्दगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा। हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है।राहुल ने कहा- देश की सरकार कहती है कि कोई किसान शहीद ही नहीं हुए। मैंने पंजाब के लिए, हरियाणा से नाम लिए, पांच सौ लोगों की लिस्ट संसद में दी। उनसे कहा कि पंजाब की सरकार ने मुवावजा दिया है, आप भी दीजिए। उन्होंने दिया नहीं।राहुल ने कहा कि आप सब हिंदू हो, हिंदुत्ववादी नहीं। ये देश हिंदुओं का देश है, हिंदुत्ववादियों का नहीं।
आज देश में दर्द है, महंगाई है तो ये काम आज हिंदुत्ववादियों ने किया है। उन्हें किसी भी हालत में सत्ता चाहिए। राहुल नरेंद्र मोदी ने पीछे से छुरा घोंपा है। वे हिंदुत्ववादी हैं इसलिए पीछे से छुरा मारा। हिंदू आगे से मारता है पीछे से नहीं मारतारैली में प्रियंका गांधी ने भी भाजपा की रीति-नीति पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने, चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में एक उद्योगपति के कोयल को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं।उन्होंने कहा कि मोदी पर्यटन में व्यस्त है। उन्होंने दुनिया घूम ली, लेकिन दिल्ली में किसानों से बातचीत करने नहीं जा पाए। भाजपा कहती है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। मैं चुनौती देती हूं कि एक कोई संस्थान ऐसा बता दे, जो शिक्षा के लिए भाजपा ने इन सात सालों में बनाया है।
प्रियंका ने लोगों के सामने अपनी एक शिकायत भी की। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है तो भाजपा के लोग जाति, धर्म, चीन-पाकिस्तान की बात करने लगते हैं। जब चुनाव हों तो इस भाजपा की सरकार से जवाब मांगें। उनसे पूछें कि आपने लोगों के लिए क्या किया है? किसान को देने के लिए पैसा नहीं है तो हजारों करोड़ का विमान क्यों खरीदा गया? उन्होंने कहा कि यह लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह भाजपा सरकार से जवाब मांगें।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तमाम राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा, राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। यह सरकार घमंड से चल रही है।