(जे पी शर्मा) जयपुर: देवउठनी एकादशी पर श्याम मंदिर कालवाड रोड से भगवान शालिग्राम की बारात धूमधाम से निकाली गई सबसे पहलेआरती उतारी उसके बाद घोड़े की बग्गी में शालिग्राम को दूल्हे की तरह सजाकर पार्षद शेर सिंह धाकड़ द्वारा बग्गी में बिठाया गया। बैंड बाजे के साथ बारात रवाना हुई। पंडित रामजी लाल शर्मा ने पूरे रास्ते शालिग्राम को चंवर ढुलाया।रास्ते में महिलाएं एवम पुरुष नाचते हुए तुलसी के माता पिता बने कौशल्या देवी व माम राज अग्रवाल के घर पहुंचे जहाँ विधिवत पूजा के साथ बारात की अगवानी की गई।
दरवाजे पर तोरण की रश्म के बाद विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ फेरे हुए। लगभग 250 बारातियों को स्वादिष्ट भोजन कराया गया।बारात की सेवा में लोकेश ,राजेश,रूपेश एवं उनके रिश्तेदार साथीगण तत्तपर रहे।महिलाओं ने मंगलगीत गाये। विद्वानों के द्वारा फेरे की रश्म पूरी कर सुबह शादी सम्पन्न होने के बाद तुलसी महारानी व शालिग्राम मंदिर लाये गए। पिता की सभी रस्में पार्षद शेर सिंह धाकड़ द्वारा निभाई गईं। इसअवसर पर मीना कवर, दिलीप सिंह, सीता देवी, सुरेंद्र सिंह धाकड़, घनश्याम जैमन, सोहनलाल, मुकुल मीणा, शंकरलाल ,सीता देवी,रामोतार सिंघल,जे पी गुप्ता व अन्य बाराती के रूप में उपस्थित रहे।