जयपुर- 26 अक्टूबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धरियावद और वल्लभ नगर के उपचुनावों में कांग्रेस प्रत्याशियों को जीताने के लिए अनेक चुनावी सभाओं को संबोधित किया। वहीं सात वर्षों तक राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे और मौजूदा समय में राजस्थान में अशोक गहलोत के प्रतिद्वंदी माने जाने वाले सचिन पायलट ने 26 अक्टूबर को ही मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव की सभाओं को संबोधित किया। राजस्थान और मध्यप्रदेश विधानसभा के उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होगा। हालांकि प्रत्याशियों के नामांकन के समय गत 8 अक्टूबर को सीएम गहलोत और सचिन पायलट एक साथ मौजूद थे, लेकिन इसके बाद उपचुनाव के प्रचार में राजस्थान में पायलट की कोई भूमिका नजर नहीं आई है। सीएम गहलोत ने उदयपुर के धरियावद के लसाडिय़ा गांव में चुनावी सभा को संबोधित किया। संबोधन से पहले गहलोत लसाडिय़ा में भाजपा के दिवंगत विधायक गौतमलाल मीणा के निवास पर भी गए। गहलोत ने गौतम के परिजन के समक्ष अपनी संवेदनाएं प्रकट की। गहलोत लसाडिय़ा में जब चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, तभी एक पर्ची के माध्यम से उन्हें सूचित किया गया कि भाजपा विधायक के निवास स्थान पर जाने को लेकर अब भाजपा के नेता गहलोत पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।
इस पर्ची को देखने के बाद गहलोत ने कहा कि मैंने दिवंगत विधायक के निवास पर जाकर कोई राजनीति नहीं की है। भाजपा विधायक गौतम जब कोरोना संक्रमित थे, तब भी मैंने उनसे बात की थी। गौतम के डॉक्टर पुत्र से भी संवाद किया था। मैं जब लसाडिय़ा में आया हंू तो मेरा फर्ज बनता है कि मैं दिवंगत विधायक के निवास स्थान पर भी जाऊ। गहलोत ने कहा कि भाजपा के नेता बेवजह के बयान देते रहते हैं। गहलोत ने कहा कि यदि भाजपा वाले दिवंगत विधायक के पुत्र को उम्मीदवार बनाते तब भी मैं शिष्टाचार के नाते उनके निवास स्थान पर जाता। गहलोत ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है शिष्टाचार अपनी जगह। लेकिन वहीं भाजपा नेताओं ने कहा कि यदि गहलोत के मन में दिवंगत विधायक गौतम के प्रति इतनी ही संवेदना थी, तो उन्हें चुनाव की घोषणा होने से पहले उनके निवास स्थान पर आना चाहिए था। गहलोत चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा विधायक के निवास स्थान पर जाकर राजनीति कर रहे हैं लेकिन इसका असर चुनाव परिणाम पर नहीं पड़ेगा। वोट दो, बाकी मुझ पर छोड़ दो-गहलोत:धरियावद और वल्लभनगर की चुनावी सभाओं में गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को वोट दो और बाकी मुझ पर छोड़ दो। मैंने पहले भी विकास के कामों में कोई कमी नहीं रखी और आगे भी नहीं रखूंगा, गहलोत ने कहा कि प्रदेशभर में प्रशासन शहरों और गांवों के संग चल रहा है। चूंकि धरियावद और वल्लभनगर में चुनाव है, इसलिए इन दिनों यह अभियान यहां नहीं चल रहा। लेकिन परिणाम के बाद जब शिविर लगेंगे तो लोगों को कब्जाशुदा भूमि पर पट्टे जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब एक स्थान पर 22 विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे तब समस्याओं के समाधान होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। गहलोत ने कहा कि मैं जनता के आशीर्वाद से तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हंू। हालांकि भाजपा के लोगों ने मेरी सरकार गिराने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। गहलोत ने कहा कि मेरी सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में से डेढ़ वर्ष तो कोरोना में ही चला गया। शेष डेढ़ वर्ष में हमने एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। जबकि 30-40 हजार नौकरी आने वाले दिनों में दी जाएगी।