अजमेर: तेजा दशमी गुरुवार को श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित तेजाजी के थानकों पर विशेष शृंगार किया गया। भिनाय तहसील के बड़ली गांव में मेले में सभी गांव वासियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया व कोविड 19 के नियमो को ध्यान में रखते हुए मेले का आयोजन हुआ।भारत के कई इलाकों में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन एक त्योहार मनाने का चलन है।
जी हां, बात हो रही है तेजादशमी पर्व की जिससे मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह पर्व श्रद्धा, आस्था और विश्वास का प्रतीक बताया जाता है।इस बार यह पर्व (16 सितंबर), गुरुवार को मनाया गया।
तेजादशमी की बात करें तो इस पर्व में भाद्रपद शुक्ल नवमी की पूरी रात रातीजगा किया जाता है।इसके बाद दूसरे दिन यानी दशमी तिथि को जिन-जिन स्थानों पर वीर तेजाजी के मंदिर हैं, वहां मेले लगाने की परंपरा है।इस दिन मेले और तेजा जी महाराज की सवारी के रूप में जगह-जगह शोभायात्राएं निकालते लोग नजर आते हैं।
संवाददाता- शंकर लाल बैरवा
तहलका डॉट न्यूज