November 25, 2024
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जीवन रक्षक योजना के तहत 5 हजार रूपयों की राशि व प्रशस्ती पत्र देकर किया जायेगा सम्मान

कोटपूतली(संजय जोशी) सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल पहुँचाने वाले लोगों को अब कानूनी पचड़ों का सामना नहीं करना पड़ेगा। यही नहीं राज्य सरकार ऐसे मददगार लोगों को सम्मानित भी करेगी। बाकायदा इसके लिए प्रोत्साहन हेतु राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना भी शुरू की गई है।

उल्लेखनीय है कि अभी तक सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों की मदद के लिए लोग आगे नहीं आते थे।जिसकी सबसे बड़ी वजह मददगारों द्वारा घायलों को अस्पताल पहुँचाने पर कानूनी पचड़ों का सामना करना पड़ता था। ऐसे केसों में मददगारों को जहाँ गवाह बनाया जाता था। साथ ही अस्पताल पहुँचाने आदि का खर्चा भी स्वयं के पास से ही वहन करना पड़ता था। वहीं कभी-कभी तो उन्हें ही कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ता था। जिसके फलस्वरूप लोग सडक़ दुर्घटना में घायलों की मदद के लिए आगे नहीं आते थे। जिसकी वजह से गंभीर घायलों की मृत्यु तक हो जाती थी। वहीं पुलिस को मौके के गवाह तक नहीं मिलते थे।

अब सरकार ने इस गंभीर विषय में नया कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना शुरू की है। एएसपी रामकुमार कस्वां ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा के अनुसार सडक़ दुर्घटना में गंभीर घायलों को अस्पताल पहुँचाने वाले मददगारों को 5 हजार रूपयों की राशि व प्रशस्ती पत्र दिया जायेगा। जिसका सम्पूर्ण बजट सडक़ सुरक्षा कोष से वहन होगा। योजना से घायलों को सरकारी व निजी अस्पताल में पहुँचाने वाले आदर्श नागरिक लाभान्वित होगें। इसके लिए उन्हें सम्बंधित अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकीय कर्मचारी को अपनी पहचान व पते आदि की जानकारी देनी होगी। उनके साथ पुलिस प्रशासन द्वारा सम्मानपूर्ण व्यवहार किया जायेगा।

साथ ही तत्काल अस्पताल छोडऩे की अनुमति होगी। एक से ज्यादा मददगार होने पर प्रशस्ती पत्र के अलावा पुरूस्कार की राशि को सम्मान रूप से वितरित कर दिया जायेगा। गंभीर घायलों को रैफर करने का निर्णय चिकित्सा अधिकारी को होगा। सामान्य घायल को अस्पताल पहुँचाने पर भी प्रशस्ती पत्र भेंटकर सम्मानित किया जायेगा। लेकिन सरकारी व निजी चिकित्सालयों की एम्बुलेंस में कार्यरत कर्मचारी व पुलिसकर्मी इस योजना के लाभान्वित नहीं होगें। लाभान्वित किये जाने की प्रक्रिया का भी 15 दिनों के अन्दर ही निस्तारण कर दिया जायेगा। एएसपी कस्वां के मुताबिक इससे पुलिस को काफी मदद मिलेगी व सडक़ दुर्घटना के घायलों की जान बचाई जा सकेगी।

तहलका डॉट न्यूज