जयपुर (मनोज प्रजापत) राजस्थान में चल रही तीसरे दौर की बारिश अगले तीन दिन (3 से 5 सितंबर) कमजोर पड़ जाएगी। अब 6 सितंबर को बारिश अपना रंग दिखाएगी और एक बार फिर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग की माने तो तीन जिलों में भारी और 9 जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होगी।
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार राजस्थान में 3 से 5 सितंबर तक मानसून की गतिविधियां कमजोर पड़ जाएंगी और प्रदेश के लोगों को हल्की बारिश से ही संतोष करना पड़ सकता है। इसके बाद एक दिन के लिए 6 सितंबर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते भरतपुर, अलवर और दौसा जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश होगी। जबकि अलवर, बारां, बूंदी, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक और जयपुर में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिमी राजस्थान के जिलों के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
चूरू आया 26 डिग्री पर
राजस्थान में इस मानसून के दौरान चूरू और श्रीगंगानगर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास बना रहा। लोग यही दुआ करते रहे कि तापमान में कमी आए तो राहत की सांस लें। अब यह दुआ पूरा हो गयी है। बीते 24 घंटे की बात करें तो चूरू का तापमान 26.2 डिग्री दर्ज किया गया जो माउंट आबू के बाद प्रदेश में सबसे कम है। माउंट आबू का अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। उधर, चूरू का तापमान सामान्य से भी 11 डिग्री कम बना हुआ है। अन्य जिलों की बात करें तो अजमेर 30.5 डिग्री, भीलवाड़ा 32.1 डिग्री, वनस्थली 33.6 डिग्री, अलवर 28.8 डिग्री, जयपुर 30.6 डिग्री, पिलानी 27.6 डिग्री, सीकर 28.5 डिग्री, जैसलमेर 39 डिग्री, बीकानेर 35.8 डिग्री, श्रीगंगाानगर 35.7 डिग्री, धौलपुर 34.4 डिग्री और नागौर का तापमान 32.4 डिग्री दर्ज किया गया।
बीसलपुर आया 310.63 आरएल मीटर पर
जयपुर और अजमेर की पेयजल आपूर्ति के मुख्य् स्त्रोत बीसलपुर का जलस्तर 310.63 आरएल मीटर पर पहुंच गया है। जबकि इस मानसून जलस्तर 310.82 आरएल मीटर तक पहुंचा था। जलदाय विभाग की माने तो वर्ष 2018 में भी यही हालात बने थे। उस दौरान भी जलस्तर 310.65 आरएल मीटर के आसपास था और जयपुर व अजमेर की पेयजल आपूर्ति में कटौती कर पेयजल आपूर्ति करनी पड़ी थी। मानसून की बारिश का पानी बांध में नहीं आया तो यही हालात बन सकते हैं।