October 1, 2024

सामाजिक कार्यकर्ता नित्येन्द्र मानव के नेतृत्व में एसडीएम को सौंपा 15 सूत्रीय माँगों का ज्ञापन

कोटपूतली(संजय जोशी) घुमन्तु समाज के लोगों को आवासीय भूमि आंवटन किये जाने जाने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता नित्येन्द्र मानव के नेतृत्व में घुमन्तु समाज के लोगों ने 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन पावटा एसडीएम राजवीर यादव को सौंपा। इस दौरान एसडीएम यादव ने कहा कि शीघ्र ही पंचायत वाईज सर्वे करवाकर गांधी जयंती से शुरू होने वाले प्रशासन गांवों के संग अभियान में घुमन्तु समाज के भूमिहीन लोगों को निःशुल्क भूमि का आवंटन किया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता नित्येन्द्र मानव ने बताया कि घुमन्तु समाज के लोग अपने गौरवमयी इतिहास के लिए जाने जाते हैं लेकिन अब तक रही लगभग सभी सरकारों द्वारा इनकी ओर ध्यान नहीं दिए जाने से भूमि के अभाव में आजादी के सात दशक बाद भी घुमन्तु समाज के लोगों को ना चाहते हुए घुमक्कड़ जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

उन्होंनें बताया कि कुछ परिवारों ने स्थाई रूप से रहने की हिम्मत भी की तो उन्हें भूमि के अभाव में तम्बुओं में रहकर अत्यधिक विपदा भरा जीवन जीना पड़ रहा है। उपरोक्त समस्याओं के समाधान को लेकर सामाजिक कार्यकर्त नित्येन्द्र मानव पूर्व में 15 सूत्रीय माँगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य के समाज कल्याण मंत्री राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव सहित राज्य के मुख्य सचिव को भी भेज चुके है। वहीं मानव ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर राजस्थान में रह रहे घुमन्तु समाज की समस्याओं से अवगत करवाया था। जिस पर कार्यवाही करते हुए राष्ट्रपति सचिवालय ने लगभग दो वर्ष पूर्व राज्य के मुख्य सचिव से रिपोर्ट तलब की थी।

राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा दिए आदेशों की पालना करते हुए मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टर्स को जिलों में रह रहे घुमन्तु समाज की आवास सम्बन्धी समस्याओं का समाधान किये जाने के निर्देश दिए थे। जिनकी पालना में आज तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस सम्बंध में विराटनगर विधायक इंद्राज गुर्जर द्वारा भी मुख्यमंत्री को ज्ञापनानुसार प्रभावी कार्यवाही किये जाने को लेकर पत्र लिखा गया था। मानव ने बताया कि जीवन बचाओ आंदोलन द्वारा राज्य के सभी जिलाधिकारियों व उपखण्ड अधिकारियों को घुमन्तु समाज की 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिए जाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी शुरुआत पावटा उपखण्ड से की गई है। ज्ञापन देने वालों में मनीष वर्मा, राजेश आर्य, बलवंत मीना, मनीष निमोरिया, पूरण यादव, पूरण लुहार, पप्पू लुहार, रोशन लुहार, पानूड़ी देवी, कलावती देवी, निम्बो देवी सहित सैकड़ों महिला व पुरुष शामिल रहे।

सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाएगी जनहित याचिकाः- मानव ने बताया कि सम्बंधित विभागों से आंकड़े जुटाकर देश के घुमन्तु समाज के लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने को लेकर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी। मानव ने बताया कि पावटा उपखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पिछले कई वर्षों से घुमन्तु समाज के 500 परिवार अस्थाई रूप से तम्बुओं में रह रहे हैं। साथ ही कोटपूतली, शाहपुरा, विराटनगर, थानागाजी, बानसूर, बहरोड़ आदि तहसीलों में भी हजारों परिवार झुग्गी झोंपड़ियों में निवास कर रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा गाड़िया लुहारों सहित अन्य घुमन्तु जातियों को एक स्थान पर स्थाई रूप से बसाने एवं इनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई थी। लेकिन सम्बंधित विभागों की उदासीनता के चलते घुमन्तु परिवारों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

उल्लेखनीय है कि सामाजिक कार्यकर्ता नित्येन्द्र मानव के नेतृत्व में ढाई साल पूर्व घुमन्तु समाज के सैकड़ों लोगों द्वारा कोटपूतली उपखण्ड कार्यालय पर 14 दिनों तक धरना दिया गया था। जिस पर तत्कालीन जिला कलेक्टर ने एडीएम को घुमन्तु समाज के परिवारों को स्थायी रूप से बसाने के निर्देश दिए थे। जिस पर एडीएम कोटपुतली ने धरनार्थियों को लिखित में आश्वासन देते हुए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए थे। लिखित आश्वासन के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं होते देख नित्येन्द्र मानव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव व जिला कलेक्टर सहित अन्य उच्च अधिकारियों से मिलकर धरनार्थियों को लिखित में दिए गए आश्वासनानुसार कार्यवाही किये जाने की माँग की थी। जिस पर मंत्री यादव व जिला कलेक्टर ने उच्चाधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए थे। मंत्री यादव व जिला कलेक्टर द्वारा दिये गए आदेशानुसार एडीएम कोटपुतली की अध्यक्षता में अनेकों बार मीटिंग भी हुई। लेकिन आज तक भी घुमन्तु समाज की किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। जिस कारण मानव ने एक बार फिर से उच्चाधिकारियों को ज्ञापन भेजकर कार्यवाही की मांग की है।

तहलका डॉट न्यूज