जयपुर- राजस्थान अभिभावक संघ के तत्वाधान में आज समस्त राजस्थान अभिभावक संस्थान, समाजिक व राजनैतिक संगठन एकजुट होकर आज दिनांक 26 अगस्त 2021, बृहस्पतिवार दोपहर 3 बजे पिंक सिटी प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर सरकार को ज्ञापन रूपी मांग पत्र जारी किया।
कोरोना काल में फीस देने की असमर्थता व स्कुलों के तानाशाह रवैये व सरकार पर स्कुल खोलने का दबाव जो स्कुल संगठनों के द्वारा बनाया जा रहा है, सरकार की विफलता को दर्शाता है।
राजस्थान अभिभावक संघ अध्यक्ष श्री सुनील शर्मा जी नें अपने वक्तव्य में सरकार को स्कुल ना खोलने की चेतावनी जारी की, जब तक छात्रों के वैक्सीनेशन पुरे ना हों, स्कुल ना खोले जायें अन्यथा कोरोना को देखते हुये स्थिति बद से बदहाल हो जायेगी, वहीं राजस्थान अभिभावक एकता आंदोलन संयोजक मनीष विजयवर्गीय जी ने स्कुलों के अडियल रवैयों को लेकर सरकार को चेताया और कहा कि शिक्षा के मंदिर अब व्यवसाय बन चुके हैं।
राजस्थान अभिभावक संघ प्रवक्ता श्री ईशान शर्मा जी ने शिक्षा मंत्री डोटासरा जी के वक्तव्य “शिक्षा को धंधा बना डाला” को जायज ठहराते हुये, सलाह दे डाली कि सभी निजी स्कुलों को सरकारी ( nationalised) कर देना चाहिये और सरकार अवश्य कर सकती है, जिससे अमीरी-गरीबी भेदभाव, भिक्षावृत्ति व चाईल्ड लेबर पुरी तरह से खत्म हो जायेंगे।
आल पैरेंटस फोरम अध्यक्ष श्री सुनील यादव जी ने स्कुलों के द्वारा सरकार पर स्कुल खोलने के लिये बनाये जा रहे दबाव को दुर्भाग्यपुर्ण बताया।
शिक्षा सुधार जनमंच के संयोजक श्री लवलेश खुटेंटा जी सरकार से न्याय की मांग की।
इन दोहरे मापदंडों व भेदभाव पुर्ण रवैये के खिलाफ आज सरकार को 17 दिनों का समय दिया जा रहा है, या तो हमारी मांगों पर न्याय करे अन्यथा सोमवार 13 सितम्बर 2021, विधानसभा का घेराव आहूत किया जायेगा!