मालेसर/सामोद, जयपुर:(ज्ञान चन्द)
सामोद (जयपुर) के पास महार की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित धार्मिक शिव मंदिर में सैकड़ों की संख्या में श्रवण मास के सोमवार को भक्तों व लोगों के आने से अच्छी खासी चहल-पहल देखी गई। हमारे साथी रामस्वरूप निठारवाल (जैतपुरा) ने बताया कि बात शिवालय के दर्शन को लेकर नहीं अपितु वहां आए लोगों की है जहां कोरोना जैसी महामारी का लोगों में कोई डर-ख़ौफ़ नाम की चीज देखने को नहीं मिली।
पहाड़ों से बहते तेज पानी के बहाव व शिवालय के पास बने कुंड में सैकड़ों की संख्या में लोग बिना सोसिल डिस्टेंसिग की पालना के नहाते नजर आ रहें थे तथा सैकड़ों की संख्या में आए बढ़े-बूढ़े, जवान व औरतों का बिना मास्क के देखा जा सकता है जबकि पुलिस प्रशासन मौजूद था। यही गलतियां हम सबके लिए व मालेसर में आए श्रद्धालुओं के लिए भारी व परेशानी का सबब बन सकती हैं। अभी प्रदेश इस कोरोना की महामारी से उभरा ही नहीं ओर लोगों व प्रशासन द्वारा ऐसी गलतियां करना हमारे लिए कितना सही या गलत है?
यह एक विचारणीय प्रश्न है। सरकार व पुलिस प्रशासन को इसका संज्ञान लेते हुए ऐसे धार्मिक स्थानों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सोसल डिस्टेंसिग व मास्क की पालना करवाने के लिए समुचित व्यवस्था करें या फिर इनको आने वाले कुछ समय के लिए बन्द रखा जाए।
तहलका डॉट न्यूज