कोटपूतली-कुचामन मेगा स्टेट हाईवे पर गहरे गड्ढे वाहन सवारों को दे रहे जख्म वाहनों का डीजल औसत गड़बड़ाया, लग रहा हजारों का फटका
कोटपूतली(संजय जोशी)। कोटपूतली-कुचामन मेगा स्टेट हाईवे पर जगह-जगह मौजूद गहरे गड्ढे वाहन सवारों को जख्म दे रहे हैं। रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी है। बारिश के चलते स्टेट हाईवे की सेहत और अधिक बिगड़ गई है। हालात यह है कि नारेहड़ा, चोटिया मोड़ व टोडी मोड़ सहित अन्य स्थानों पर हो रहे दो से ढाई फिट तक के गहरे गड्ढे हादसों को न्यौता दे रहे हंै। पगडण्डी में तब्दील हुए मार्ग पर डामरीकरण यहां कही नजर नहीं आ रहा। राजस्थान राज्य सडक़ विकास एवं निर्माण निगम की ओर से फिलहाल मरम्मत की कोई ठोस कार्य योजना तैयार नहीं की गई है। इन सबके बावजूद वाहनों से भारी-भरकम टोल वसूल किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कोटपूतली-कुचामन स्टेट हाईवे सडक़ जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। उसके बावजूद भी इस सडक़ का टोल वसूला जा रहा है। सडक़ पर गहरे गड्ढे वाहन चालकों को ही नहीं, बल्कि वाहनों की भी दशा बिगाड़ रहे हैं। अब बारिश का मौसम आने से स्थिति और अधिक बिगड़ गई है। सर्वाधिक परेशानी नारेहड़ा कस्बे में है। यहां सडक़ पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। इसके अलावा चोटिया मोड़, हसामपुर, बोपिया, बरड़ा में भी इस सडक़ की हालत खराब है। उसके बावजूद वाहन मालिकों को टूटी हुई सडक़ों का टोल देना पड़ रहा है।
कई बार हुए आंदोलन क्षतिग्रस्त सडक़ के चलते हुई दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान जाने के बाद अनेक बार ग्रामीणों द्वारा आंदोलन किए गए। हर बार ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया, लेकिन हालात जस के तस हैं। दबाव देने पर सडक़ पर होने वाली मरम्मत अधिक दिनों तक नहीं टिकती। नारेहड़ा सरपंच प्रतिनिधि अशोक सिंह तंवर ने कहा कि इस मार्ग पर दर्जनों क्रेशर प्लांट लगे हुए हैं।
वाहनों में क्षमता से अधिक लोड होता है। सडक़ पूरी तरह से गड्ढ़ों में तब्दील हो चुकी है। अब बारिश का मौसम आ गया है और गड्ढ़ों में पानी भर जाने से दुर्घटनाएं बढ़ रही है। ग्राम पंचायत में भी ऐसा कोई फंड नहीं है, जिससे इन गड्ढों को भरवाया जाए। आरएसआरडीसी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
वसूला जा रहा वाहनों से भारी टोल जर्जर सडक़ों से आगार की बसों का ही नहीं, बल्कि अन्य भारी वाहनों का डीजल औसत गड़बड़ाने समेत टूटफूट बढ़ रही है। स्थिति यह है इस मार्ग पर प्रति लीटर पांच किमी. चलने वाली बसें अब चार किमी. प्रति लीटर ही चल पा रही हैं। टूटी सडक़ों से वाहनों के डीजल औसत समेत टायर व कबानी आदि पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा हैं। भाजपा के मंडल अध्यक्ष संजय सिंह सहित सरपंच प्रतिनिधि अशोक सिंह, वार्ड पंच संजय जोशी, कैलाश सिंह आदि ने कहा कि मार्ग पर दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं।
इस बारे में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। छोटे वाहन तो गड्ढ़ों में फंस ही जाते हैं। उसके बावजूद इस सडक़ पर सरुंड व चला के पास मौजूद टोल नाके पर टोल वसूला जा रहा है, जो वाहन मालिकों के साथ बेईमानी की संज्ञा में आती है। यदि समय रहते विभाग व प्रशासन नहीं चेता तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
तहलका डॉट न्यूज