बिजयनगर:(अनिल सैन) गुरु अर्जुन देव जी सिखों के पांचवें गुरु तथा सिख धर्म के पहले शहीद हुए हैं। इन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है। इनकी शहीदी के बाद इनके सुपुत्र गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने शांति के साथ-साथ सैनिक बनने का भी उपदेश दिया। श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर बिजय नगर गुरुद्वारा में सुखमणि साहिब जी का पाठ करने के पश्चात अरदास की गई। जिसके बाद अरदास में आए सभी भक्तजनों को शरबत एवं प्रसाद दिया गया।
इस अवसर पर वेस्ट श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान गुरु भेज सिंह टुटेजा, उप प्रधान हरगोविंद सिंह टुटेजा, सचिव कुलदीप सिंह सलूजा, कोषाध्यक्ष जगजीत सिंह टुटेजा, तरनदीप सिंह, हरमीत सिंह रविंद्र सिंह टुटेजा, गुरबख्श सिंह सलूजा, अमरजीत कौर, मनप्रीत कौर,राखी कौर, गुरमीत कौर, रजनी कौर सहित कई लोगों ने सेवाएं दी।