September 20, 2024

विद्याधर नगर (जयपुर): जयपुर जिले की सबसे बड़ी विधानसभा विद्याधर नगर में वैक्सीनेशन की राह मुश्किल नजर आ रही है। कारण यह कि विधाधर नगर विधानसभा में लगभग 3 लाख युवा वोटर है जो जयपुर की अन्य सभी विधानसभाओं से ज्यादा है। अगर बात करें युवाओं के लिए वैक्सीन सेन्टर की तो सिर्फ एक वैक्सीन सेन्टर हरमाड़ा में है जहां कछुए की चाल से लोगों को वैक्सिनेशन लगाई जा रही है। यदि इसी प्रकार कछुए की चाल से लोगों को वैक्सीन लगाने का कार्य चला तो आने वाले 2-3 साल तक भी सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लग सकेगी।

वैक्सीन सेन्टर हरमाड़ा के अलावा देखा जाय तो विश्वकर्मा, बढारना, मुरलीपुरा, झोटवाडा और विधाधर नगर में 18+ के लिए एक भी वैक्सीनेशन केन्द्र नही है। जो यहां के स्थानीय विधायक,पार्षदों व सरकार की अनदेखी व वैक्सिनेशन व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाने के लिए पर्याप्त है। विधायक नरपत सिंह राजवी के अधीन 42 वार्ड आते है जिनमें 22 पार्षद मौजूदा समय में नगर निगम में है। फिर भी विधायक द्वारा एक भी वैक्सीनेशन कैम्प नही लगाया।

औधोगिक क्षेत्र विश्वकर्मा में 500 से ज्यादा औधोगिक इकाइयां है और सर्वाधिक कार्मिक भी। फिर भी कार्मिकों के लिए आज तक एक भी वैक्सीनेशन कैम्प नही लगाया गया। वैसे तो विश्वकर्मा क्षेत्र में 32 दुकान स्थित एक ई. एस. आई. सी. डिस्पेन्सरी भी है जिसमें औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत सभी कार्मिकों का सरकार द्वारा तय मासिक कमाई का कुछ हिस्सा जमा होता है लेकिन डिस्पेन्सरी में वैक्सीन की कोई व्यवस्था नही है।
अगर विधायक नरपत सिंह राजवी प्रयास करते तो अब तक विधायक कोटे से विधाधर नगर विधानसभा के सभी लोगों को वैक्सीन मिल चुकी होती। अगर यही हाल रहा तो अगले 3 साल में भी सभी को वैक्सीन नही लग सकती। विधायक साहब ना राजस्थान सरकार से सवाल करते है और ना ही केंद्र से मदद की सिफारिश।
सभी पार्षदों और अध्यक्षों को आगे आकर वैक्सीनेशन कैम्प लगाने चाहिए। विश्वकर्मा एसोसिएशन के अध्यक्ष ताराचंद चौधरी और सचिव जगदीश सोमानी को अपनी जिम्मेदारियों का स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। और कम्पनियों में कार्यरत सभी कार्मिकों के लिए वैक्सीन की उचित व्यवस्था करानी चाहिए।

तहलका डाॅट न्यूज़/सौरभ महेरे