- प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में रवाना हुये खाद्य सामग्री के वाहन।
कोटपूतली:(संजय जोशी)- कोरोनाकाल में सैकड़ो की संख्या में लोक कलाकार रोजी रोटी को तरस रहे हैं। ऐसा ही मामला एक वीडियो के जरिए “आओ साथ चले” संस्था के सामने आया, की राजस्थान के जयपुर स्थित पानीपेच में करीब 150 लोक कलाकारों का परिवार खाने के लिए परेशान है। इस पर संस्था के राष्ट्रीय संयोजक विष्णु मित्तल ने तुरंत अपनी कोटपुतली टीम को जरूरतमंद परिजनों को खाद्य सामग्री के पैकेट भेजने के निर्देश दिये। जिस पर रविवार को स्थानीय संयोजक आनंद मित्तल ने सभी परिवारों को 20 किलो आटा, पांच किलो चावल,दो किलो खाद्य तेल,चीनी,नामक व मसालो के अलावा अन्य जरूरी सामान पहुंचाया।
इन कलाकारो ने वीडियो में अपनी व्यथा बयान की है, की हम सभी लोककला के प्रदर्शन,नृत्य, गायन आदि से अपनी रोजी रोटी चलाते है। लेकिन कोरोना ने सब कुछ ठप कर दिया। कलाकारों का कहना है कि वे भीख भी नही मांग सकते क्योंकि इससे उनकी कला की प्रतिष्ठा धूमिल होगी। संस्था के राष्ट्रीय संयोजक विष्णु मित्तल ने बताया कि अब आओं साथ चलें टीम दिल्ली, कोटपूतली सहित देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे और परिवारों का पता लगाकर उनकी मदद करेगी।
बताया जा रहा है कि इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लंगा मांगणियार परिवार जैसलमेर में भी है जो करोना कॉल मैं बेरोजगार हैं। इनकी मदद के लिए भी संपर्क किया जा रहा है। खाद्य सामग्री के वाहनों की रवानगी के मौके पर एएसपी रामकुमार कस्वा, डीएसपी दिनेश कुमार यादव, तहसीलदार सूर्यकांत शर्मा, एसएचओ दिलीप सिंह, सरपंच विक्रम रावत, अशोक अवाना, यशपाल, बलबीर उपस्थिति थे। टीम के आनंद मित्तल ने बताया कि लोक कलाकारों ने कहा कि उन्हें विश्वास ही नहीं था कि कोई सौ किलोमीटर दूर से चलकर उन तक राहत सामग्री पहुंचाने आ जाएगा। उन्होंने आओ साथ चलें टीम का ऐसे कार्यों के लिए आभार जताया है।
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