- मेडिकल कॉलेज के अस्थाई नर्सिंग कर्मचारियों को 1 साल से नहीं मिला वेतन
- कोरोना वॉरियर्स के रूप में सेवाएं देने वाले यूटीबी नर्सेज को पिछले 8 माह से वेतन नहीं मिला है। और ना ही उनका एक्सटेंसन सेवा विस्तार किया गया है.
- सरकार दुवारा 8 साल से काम कर रहे स्टाफ को निकाल कर नई यूटीबी भर्ती ले रही है ।
- वही इतने सालों से काम कर रही वंचित नर्सिंग स्टाफ का नियमितिकरण (परमानेंट) किया गया है ।
- नई भर्ती ना निकालकर पहले जो काम लर रहे है उन्है नियमित किया जाए ।
जयपुर (कमल शर्मा) कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में चिकित्सकों जितनी ही मेहनत, मरीजों की जान बचाने में वही नर्सिंग कर्मचारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
कोविड-19 नियंत्रण के साथ संक्रमितों का इलाज तथा देखभाल में भी जुटे नर्सिंग कर्मचारियों के मुद्दे पर सरकार सौतेला व्यव्हार कर रही है। नर्सेज की मांगों को लेकर पूर्व में समय-समय पर मांग के माध्यम से संगठन की ओर से सरकार को अवगत कराया। लेकिन उन पर अभी तक उचित कार्यवाही नहीं होने से कार्मिकों में रोष है।
नर्सिंग कर्मचारियों ने कहा कि कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के बीच भी वह लगातार कोविड अस्पताल में संक्रमितों का उपचार कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी समस्या कोई सुनने वाला नहीं हैं। 12 माह से अधिक समय से कार्मिकों को वेतन नहीं मिला है। वेतन के बगैर भी लगातार ड्यूटी कर रहे हैं, वेतन नहीं मिलने से उनपर आजीविका का संकट गहरा गया है। कहा कि कर्मियों का जीवन बीमा नहीं है, जिससे उनकी सुरक्षा पर भी बड़े सवाल हैं।
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