मसूदा( कानाराम गुर्जर) – शिक्षक संगठनों की गिरदावरी व मान्यता को लेकर शिक्षा निदेशालय बीकानेर में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा की तरफ से प्रदेश संरक्षक सुरेंद्र सहारण व प्रदेश सभाध्यक्ष टोडाराम गोलिया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने भाग लिया।
प्रदेश मीडिया प्रभारी कमल खत्री ने बताया कि प्रतिनिधि मण्डल ने संगठन के उद्देश्यों के जानकारी देते हुए निदेशक को बताया कि राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा राजस्थान के द्वितीय श्रेणी शिक्षकों का कैडर बेस संगठन है। जो सदैव शिक्षक हितों के साथ- साथ शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार व राजकीय विद्यालयों की शैक्षिक व सहशैक्षिक गतिविधियों के उत्थान हेतु कार्य करता है। संगठन शिक्षकों की ज्वलन्त समस्याओं को भी सरकार व विभाग के सामने प्रमुखता से उठाता है। संगठन सरकारी विद्यालयों में नामांकन वृद्धि के साथ साथ बेहतर परीक्षा परिणाम को लेकर भी मिशन- 100 शेखावाटी नामक अभियान चलाकर परीक्षा परिणाम उन्नयन हेतु पिछले दो वर्षो से प्रयासरत है।
प्रदेश सभाध्यक्ष टोडाराम गोलिया ने राज्य सरकार व शिक्षा विभाग के इस कदम की सराहना करते हुए बताया कि शिक्षा विभाग में केडर बेस संगठनों को मान्यता दी जाए। साथ ही शाला दर्पण पर भी शिक्षकों को किसी भी एक शिक्षक संगठन से जुड़ने हेतु विकल्प दिया जाए। साथ ही मान्यता प्राप्त शिक्षक संगठन से वर्ष में दो बार ब्लॉक स्तर से राज्य स्तर तक बैठक करके सुझाव लिए जाएं।
प्रदेश संरक्षक सुरेंद्र सहारण ने बताया कि बैठक के बाद संगठन की तरफ से शिक्षा निदेशक को संगठन का दस सूत्री मांगपत्र ज्ञापन दिया गया। जिसमें वरिष्ठ अध्यापकों के स्थानांतरण करने, अंतर मण्डल स्थानांतरण पर वरिष्ठता विलोपन नहीं करने, सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अनिवार्य विषय के व्यख्याताओं के पद सृजन करने, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, अधिक नामांकन वाले विद्यालयों में विज्ञान संकाय खोलने, उप प्रधानाचार्य के पद सृजित करने, स्टाफिंग पैटर्न लागू करने सहित दस सूत्री मांगपत्र सौंपा गया।
22 अप्रेल को शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा की अध्यक्षता में होने वाली आगामी बैठक में भी संगठन शिक्षको की ज्वलन्त माँगों व समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेगा।