जयपुर-जयपुर मेयर सौम्या गुर्जर आज दोपहर आगरा रोड स्थित हिंगोनिया गौशाला के दौरे पर पहुंची। हिंगोनिया गौशाला में पिछले दिनों से लाइट के पोल लगाने का कार्य चल रहा है। मेयर ने पोल को धक्का मारा तो वह जमीन से उखड़ गया।
भ्रष्टाचार की पोल खुलने के बाद मेयर खासी नाराज नजर आई।
उन्होंने अधिकारियों के इस पूरे काम की थर्ड पार्टी से जांच करवाने के आदेश दिए।
मेयर ने बताया कि हिंगोनिया गौशाला परिसर में एलईडी लाइट लगाने का टेंडर हुए थे टेंडर की शर्तों के अनुसार 3 फीट गहरा गड्ढा खोदकर पोल लगाना था लेकिन ठेकेदार ने एक डेढ़ फीट गड्ढा खोदकर ही पोल लगा दिया और सीमेंट कंक्रीट की पक्की फाउंडेशन भी नहीं बनाया गया।
मेयर ने बताया कि 36 हजार रुपए में एक लाइट का टेंडर दिया गया था। जिसमें पोल लाइट और उसे लगाने के तमाम खर्चे सम्मिलित थे। शर्तों के अनुसार 55 से 60 किलो का पोल का वजन होना चाहिए था। मौके पर चेक करने पर 44 किलो का पोल निकला।मेयर सौम्या गुर्जर ने कहा कि मामले के थर्ड पार्टी से जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर पशु नियंत्रण एवं संरक्षण समिति के चेयरमैन अरुण वर्मा एवं वार्ड नंबर 49 के पार्षद सुरेश कुमार रेगर एवं अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के महासचिव मनोज कुमार टाक उपस्थित थे
तहलका न्यूज़ (फूलचंद प्रजापत)