जयपुर-जयपुर जिले के कोटखावदा में आयोजित किसान महापंचायत में सचिन पायलट ने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि देश का किसान खून के आंसू रो रहा है। केंद्र में कोई उनकी सुनने वाला नहीं है। किसानों को सहानुभूति नहीं सहयोग चाहिए केंद्र की तानाशाही के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे किसान और नौजवान एक साथ खड़े हैं।
किसान महापंचायत में उन्होंने कहा कि अन्न पैदा करने वाले किसानों की कोई जाति नहीं होती है। किसान सबका है हम सब जाति से ऊपर उठकर संघर्ष करेंगे जाति के नाम पर किसानों को बांटने की साजिश चल रही है केंद्र को तीनों काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे। महापंचायत में पायलट के मंच पर कुर्सी के जगह मुडॄडे रखे गए। मंच पर सचिन पायलट समर्थक 15 विधायक भी मौजूद रहे।
सचिन पायलट ने एक तीर से दो निशाने साधे एक और तो किसानों के आंदोलन पर केंद्र को खरी-खोटी सुनाकर दूसरी अपनी जमीनी पकड़ कांग्रेस हाईकमान तक पहुंचा दी है।